निम्नलिखित गद्यांशों उदाहरण देखिए, समझिए और उत्तर दीजिए -
1 सही समय पर सही चुनाव न करने वाला व्यक्ति जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में बुरी तरह असफल होता है। जीवन का सफल कलाकार वह है, जो अपने हर काम में सावधानीपूर्वक चुनाव करता है । चुनाव में सावधारी न बरतने वाला और बिना सोचे-समझे चुनाव कर लेने वाला व्यक्ति लाख प्रयत्न करने पर भी अपने जीवन को सफल और उचित मोड़ नहीं दे पाता। जो व्यक्ति अपने खाने-पीने, खेलने-कूदने, पढ़ने-लिखने और मित्रों के साथ मनोरंजन के कार्यक्रम का चुनाव करते समय सावधानी नहीं बरतता, उसकी दशा उस पेटू जैसी हो जाती है, जो अनाप-शनाप जो भी सामने आता है, खाए जाता है और अपना स्वास्थ्य चौपट कर बैठता है। होना यह चाहिए कि हम यह सोच-समझकर तय करें कि किस समय सोना है, किस समय उठना है। हमें क्या, कितना और कब खाना है तथा कब, क्या किस तरह पहनना है। हमें किन लोगों को मित्र बनाना है और किनसे थोड़ी दूरी बनाए रखना है।
उपर्युक्त गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर छाँटिए-
1. गद्यांश के लिए उचित शीर्षक चुनिए-
( क ) सफलता का रहस्य ( ग ) सफलता का चुनाव ( ख ) सावधान ( घ ) अभ्यास
2. कैसे लोगों को सफलता प्राप्त नहीं होती ?
( क ) बेचैन ( ख ) नासमझ ( ग ) खाने - पीने वाले (घ) सावधान
3. ठीक चुनाव न करने वाले व्यक्ति की तुलना किससे की गई है ?
पेटू ( क ) रादू ( ख ) भोंदू ( ग ) पेटू (घ ) मोटू
4. सफलता किस व्यक्ति के कदम चूमती है ?
( क ) असावधानी बरतने वाले ( ग ) व्यवधान करने वाले ( ख ) समाधान न करने वाले ( घ ) सावधानी बरतने वाले
6. ' चौपट ' का समानार्थी शब्द है :
( क ) चार कोने वाला ( ख ) आबाद ( ग ) बरबाद (घ) पिचकना
7. ' प्रत्येक ' का संधि - विच्छेद छाँटिए :
(क) प्र + त्येक ( ख ) प्रति + ऐक ( ग ) प्र + एक (घ ) प्रति +एक
उत्तर : 1. ( क ) 2. ( ख ) 3. ( ग ) 4. ( घ )6 (ग) 7 (घ )
2 शिक्षा का वास्तविक अर्थ और प्रयोजन व्यक्ति को व्यावहारिक बनाना होता है कि शिक्षित होने के नाम पर अहम और गर्व का हाथी उसके मन - मस्तिष्क पर बाँध देना । हमारे देश में स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से जो शिक्षा नीति और पद्धति चली आ रही है, वह लगभग डेढ़ सौ साल पुरानी है । इसने एक उत्पादक मशीन का काम किया है, इस बात पर एकदम ध्यान नहीं दिया है कि इस देश को अपनी आवश्यकताएँ और सीमाएँ क्या है ? इस देश के निवासियों को किस प्रकार की व्यावहारिक शिक्षा को आवश्यकता है ? बस सुशिक्षितों, साक्षरों की एक लंबी पंक्ति इस देश में खड़ी कर दी है , जो किसी दफ्तर में क्लर्क बनने का सपना देख सकते हैं ।
उपर्युक्त गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर चुनिए -
1. गद्यांश के लिए उचित शीर्षक चुनिए :
( क ) देश ( ख ) शिक्षा की सीमा ( ग ) शिक्षा का उद्देश्य ( घ ) शिक्षा का राज
2. शिक्षा का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
( क ) क्लर्क बनाना ( ख ) नौकरी दिलाना ( ग ) स्वतंत्रता दिलाना ( घ ) व्यावहारिक बनाना
3. हमारी देश की शिक्षा नीति कितनी पुरानी है ?
( क ) सौ साल ( ख ) डेढ़ सौ साल ( ग ) डेढ़ साल ( घ ) पचास साल
4. वर्तमान शिक्षा पद्धति के रहते व्यक्ति क्या सपना देख सकता है ?
( क ) अमीर बनने का ( ख ) शिक्षक बनने का ( ग ) व्यापारी बनने का ( घ ) क्लर्क बनने का
5. ' अहम ' का अर्थ है : ( ख ) मुख्य ( ग ) मैं ( क ) अहंकार ( घ ) मेरा
6. ' साक्षर ' का विलोम चुनिए : (
क ) शिक्षित ( ख ) साकार ( ग ) निरक्षर ( घ ) अशिक्षित
7. ' पद्धति ' किस प्रकार का शब्द है ?
( क ) जातिवाचक संज्ञा ( ग ) क्रियाविशेषण ( ख ) गुणवाचक विशेषण ( घ ) भाववाचक संज्ञा
उत्तर : 1. ( ग ) 2. ( घ ) 3. ( ख ) 4. ( घ ) 5. ( क ) 6. ( ग ) 7. ( घ )
3 डॉ ० कलाम दृढ़ इच्छाशक्ति वाले व्यक्ति थे । वे भारत को विकसित देश बनाने का सपना देखते थे । उनका मानना था कि भारतवासियों को व्यापक दृष्टि से सोचना चाहिए । हमें सपने देखने चाहिए । सपनों को विचारों में बदलना चाहिए । विचारों को कार्यवाही के माध्यम से हकीकत में बदलना चाहिए । डॉ ० कलाम तीसरे ऐसे वैज्ञानिक थे , जिन्हें भारत का सर्वोच्च सम्मान ' भारत - रत्न ' दिया गया था । उन्हें ' पद्मभूषण ' तथा ' पद्मविभूषण ' से भी सम्मानित किया गया । भारत को उनपर गर्व है । इतनी उपलब्धियाँ प्राप्त करने तथा इतना मान - सम्मान मिलने के बावजूद डॉ ० कलाम को अहंकार छू तक नहीं पाया । वे सहज प्रवृत्ति के एक भावुक व्यक्ति थे । उन्हें कविताएँ लिखना , वीणा बजाना तथा बच्चों के साथ रहना बेहद पसंद था । वे सादा जीवन उच्च विचार ' में विश्वास रखते थे । कलाम साहब का व्यक्तित्व प्रेरणादायक है । उनका जीवन तपस्या से भरा था । उन्होंने राष्ट्रपति पद की शपथ लेते समय दिए गए भाषण में संत कबीरदास जी के इस दोहे का उल्लेख किया था- “ काल करै सो आज कर , आज करै सो अब । "
उपर्युक्त गद्यांश को पढ़कर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर चुनिए :
1. डॉ ० कलाम ने भारत को क्या बनाने का सपना देखा था ?
( क ) अल्प - विकसित देश ( ग ) निर्मित देश ( ख ) विकसित देश ( घ ) विकासशील देश
2. डॉ ० कलाम किस प्रवृत्ति के व्यक्ति थे ?
( क ) असहज ( ख ) दयालु ( ग ) भावुक ( घ ) क्रूर
3. अब तक कितने वैज्ञानिकों को ' भारत - रत्न ' से सम्मानित किया गया है ?
( क ) चार ( ख ) पाँच ( ग ) दो ( घ ) तीन
4. भारत का सर्वोच्च सम्मान कौन - सा है ?
( क ) पद्मभूषण ( ख ) पद्मविभूषण ( ग ) भारत रत्न ( घ ) भारत भूषण
5. ' सम्मान ' का उचित संधि - विच्छेद है :
( क ) स+मान ( ख ) सम+ मान ( ग ) सम +मान ( घ ) सं मान
6. ' काल करै सो आज कर , आज करै सो अब ' किसका दोहा है ?
( क ) रहीम ( ख ) तुलसी ( ग ) बिहारी ( घ ) कबीर
7. गद्यांश के लिए उचित शीर्षक चुनिए :
( क ) मेरा सपना ( ख ) हमारा देश ( ग ) डॉ ० कलाम ( घ ) सर्वोच्च सम्मान
उत्तर : 1. ( ख ) 2 ( ग ) 3. ( घ ) 4. ( ग ) 5. ( ख ) 6. ( घ ) 7. ( घ )
निम्नलिखित गद्यांशों को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर चुनिए :
1 बंगला के प्रसिद्ध साहित्यकार रवींद्रनाथ टैगोर को कौन नहीं जानता ? उन्हें बचपन से ही कविताएँ पढ़ने व लिखने का चाव था । एक दिन उन्होंने अपने बड़े भाई से पूछा , " भइया कविता क्या होती है ? " भाई ने कहा , " कविता रस से भरी होती है और इसका रस लोगों को आनंद से भर देता है । " बालक रवींद्र ने सोचा , कविता लिखने के लिए फूलों के रस से बढ़कर और कौन - सा रस हो सकता है । अगले दिन उन्होंने ढेर सारे फूल तोड़े और लगे उन्हें पीसने , पर रस तो निकला ही नहीं । बालक रवींद्र रुआँसे हो गए । शाम को भाई ने उनसे पूछा , " कविता लिखी क्या ? " तभी उनकी दृष्टि फूलों पर पड़ी , तो उन्होंने पूछा “ ये क्या कर रहे थे ? " रवींद्र बोले , " फूलों का रस निकाल रहा था , ताकि कविता लिख सकूँ । " यह सुनकर भाई रवींद्रनाथ के भोलेपन पर खिलखिलाकर हँस पड़े । तब उन्होंने रवींद्र को कविता लिखने का गुर समझाया ।
उपर्युक्त गद्यांश के आधार पर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर चुनिए :
( क ) गद्यांश के लिए उचित शीर्षक चुनिए :
( i ) कविता का रस ( ii ) फूलों की कविता ( iii ) बगीचा ( iv ) कविताएँ
( ख )रवींद्रनाथ टैगोर कौन थे ?
( iii ) संस्थापक ( iv ) अध्यापक ( i ) वैज्ञानिक ( ii ) लेखक
( ग ) बचपन से रवींद्रनाथ को किसका शौक था ?
( i ) खेलने का ( iii ) कविता लिखने व पढ़ने का
( ii ) पढ़ने का ( iv ) शैतानी करने का
( घ ) फूलों के रस से बालक रवींद्रनाथ क्या करना चाहता था ?
( 1 ) इत्र बनाना ( ii ) रंग बनाना ( iii ) तेल बनाना ( iv ) कविता लिखना
2 विज्ञान ने मनुष्य को अनेक सुख - सुविधाएँ प्रदान किए हैं , परंतु साथ - ही - साथ अनेक अभिशाप भी दिए हैं । विज्ञान के बल पर मनुष्य ने धरती , आकाश , अंतरिक्ष , पर्वत , सर्दी , गरमी आदि पर काबू पा लिया है । मनुष्य ने सुख - सुविधा की अनेक वस्तुओं के आविष्कार किए , परंतु औद्योगिक कचरे से नदियों , समुद्र , तालाबों का पानी प्रदूषित कर दिया । पेड़ - पौधे जिनसे वायु , फल , सब्जी , लकड़ी , दवाइयाँ आदि प्राप्त होते हैं , उन्हें भी अंधाधुंध काट डाला । पर्यावरण का संतुलन बिगाड़ दिया । यातायात के साधन तो बनाए , परंतु उनसे फैलने वाले विषैले धुएँ पर ध्यान नहीं दिया । इसका दुष्परिणाम यह हुआ है कि मौसम में अचानक बदलाव आने लगा है । समुद्र का आकार बढ़ने लगा है । हमारे चारों ओर प्रदूषण ही प्रदूषण है - वायु प्रदूषण , जल प्रदूषण , ध्वनि प्रदूषण , मिट्टी प्रदूषण आदि । प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण जनसंख्या में अत्यधिक वृद्धि है । जनसंख्या बढ़ने से रहने की जगह , रोटी , व्यवसाय आदि भी अधिक चाहिए , इसलिए वनों का कटना तथा कारखानों का बढ़ना जारी है ।
गद्यांश के लिए उचित शीर्षक चुनिए :
( i ) प्रदूषण ( ii ) विज्ञान का ज्ञान ( iii ) जनसंख्या iv ) आविष्कार
ख ) प्रदूषण कितने प्रकार के होते हैं ?
( i ) दो ( ii ) तीन ( iii ) चार ( iv ) इनमें से कोई नहीं
किसके कारण नदियों , समुद्रों आदि का जल प्रदूषित हो रहा है ?
( i ) सब्जियाँ ( ii ) दवाइयाँ ( iii ) मिट्टी ( iv ) औद्योगिक कचरा
( घ ) प्रदूषण बढ़ने का मुख्य कारण क्या है ?
( ii ) वन ( i ) विज्ञान ( iii ) जनसंख्या () उद्योग
ङ ) अत्यधिक शब्द का संधि-विच्छेद है -
( iii ) अति + अधिक ( iv ) अति +धिक () अति +यधिक () अती +अधिक
( च ) ' विपैला ' का पर्यायवाची शब्द है :
( iii ) मटमैला ( iv ) प्रदूषित ( i ) गंदा ( ii ) जहरीला
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