मुहावरे व लोकोक्तियाँ अर्थ सहित
1.अंधे के हाथ बटेर लगना - अयोग्य व्यक्ति को भाग्य से अच्छी वस्तु मिल जाना।
वाक्य: मोहन न तो योग्य व्यक्ति है और न ही उसने कभी इस अच्छी नौकरी की आशा नहीं थी, किंतु उसे यह नौकरी मिल गई। वास्तव में अंधे के हाथ बटेर लगे गई।
2.आँखें फोड़ना - पढ़ने का खूब काम करना।
वाक्य : उसने परीक्षा की तैयारी में दिन-रात अपनी आँखें फोड़ीं, फिर भी अच्छे अंक प्राप्त नहीं कर सका।
3. आटे-दाल का भाव मालूम होना- कठिनाई का पता चलना।
वाक्य: तुम अभी तक मौज-मस्ती करते रहे, किंतु अब परीक्षा की तैयारी करते हुए तुम्हें आटे-दाल का भाव मालूम हो जाएगा।
4. आड़े हाथों लेना- सबक सिखाना।
वाक्य: रवि अपने-आप को बहुत कुछ समझता है लेकिन आज में उसे आड़े हाथों लूँगा।
5. ऐरा-गैरा, नत्थू-खैरा-- महत्वहीन व्यक्ति।
वाक्य: तुम मुझे ऐरा-गैरा, नत्थू-खैरा मत समझना। मैं भी कभी तुम्हारे काम आ सकता हूँ।
6. खून जलाना -कठिन परिश्रम करना।
वाक्य: आपने इस काम में अपना खून भी जलाया, लेकिन उसका कोई फल नहीं मिला।
7. गाड़ी कमाई -अत्यधिक परिश्रम से प्राप्त धन।
वाक्य: मोहन ने जो अपनी गाढ़ी कमाई जमा कर रखी थी, लुटेरों ने उसे लूट लिया।
8. गिरह बाँधना - अच्छी तरह समझना।
वाक्य: शीला ने अपने माता-पिता की बातों को गिरह बाँध लिया है।
9. घाव पर नमक छिड़कना - दुखी को और अधिक दुखी करना।
वाक्य: हमें दूसरों का दुख दूर करना चाहिए न कि उसके घावों पर नमक छिड़कना चाहिए।
10. चक्कर आ जाना - बेहोशी की स्थिति जैसा होना।
वाक्य: अत्यधिक परिश्रम करते-करते मोहन को चक्कर आ गए।
11. चुल्लू भर पानी देने वाला - कठिन समय में साथ देने वाल।
वाक्य: इतना घमंड मत करो। रावण जैसे दंभी सम्राट के अंत में उसे कोई चुल्लू भर पानी देने वाला नहीं था।
12. छोटा मुँह बड़ी बात - हैसियत से बढ़-चढ़कर बोलना।
वाक्य: बड़ों को चुनौती देना तुम्हारे लिए छोटा मुँह बड़ी बात होगी।
13. जमीन पर पाँव नहीं पड़ना - बहुत इतराना,अत्यधिक घमंड करना।
वाक्य: कक्षा में प्रथम आने पर तुम्हारे पाँव जमीन पर नहीं पड़ रहे।
14. जी-तोड़ मेहनत करना - अत्यधिक परिश्रम करना।
वाक्य: तुमने जी-तोड़ मेहनत की थी इसलिए तुम इस प्रतियोगिता में सफल हुए हो।
15. जिगर के टुकड़े-टुकड़े होना -अत्यधिक दुख होना।
वाक्य: मोहन की व्यंग्य भरी बातें सुनकर मीरा के जिगर के टुकड़े टुकड़े हो गए।
16. टूट पड़ना- (क) बहुत गुस्सा करना (ख) भारी संख्या में आ पहुँचना।
वाक्य : (क) जब मैं खेल कर शाम को देरी से पहुँचा, तो पिताजी मुझ पर टूट पड़े।
(ख) किसान आंदोलन में भाग लेने के लिए भारी भीड़ टूट पड़ी।
17. तलवार खींच लेना -लड़ने के लिए तैयार हो जाना।
वाक्य : वीर शिवाजी ने दुश्मन को सामने देखकर अपनी तलवार खींच ली।
18. दबे पाँव आना- चुपके से आना।
वाक्य : मोहन काफी देर बाद घर लौटा। पिताजी के गुस्से से डरकर वह घर में दबे पाँव आया।
19. दाँतों तले पसीना आना -बहुत परिश्रम करना।
वाक्य : भारत की टीम से मैच जीतने में ऑस्ट्रेलियाई टीम के दाँतों तले पसीना आ गया।
20. दिमाग चक्कर खा जाना - समझ में न आना, परेशान हो जान।
वाक्य : विद्यालय में इतने सारे विषय पढ़कर मेरा दिमाग चक्कर खा गया।
21. दिमाग हो जाना- घमंड आ जाना।
वाक्य : कक्षा में प्रथम आने पर सोहन का बहुत दिमाग हो गया है।
22. नजर बचाना- बचते-बचते फिरना।
वाक्य : मकान का किराया समय पर न देने के कारण किराएदार मकान मालिक से नजर बचाए हुए हैं।
23. नामोनिशान मिट जाना - समूल नष्ट हो जाना।
वाक्य : जापान में सुनामी लहरों के आने से कई शहरों का नामोनिशान मिट गया।
24. निराशा के बादल छँटना - उदासी दूर होना।
वाक्य : खोए हुए बच्चे को पाकर माता-पिता के मन पर छाए निराशा के बादल छँट गए।
25. नींद उड़ जाना - बेचैनी बढ़ जाना।
वाक्य : परीक्षा के निकट आते ही छात्रों की नींद उड़ जाती है।
26. पापड़ बेलना- बहुत कष्ट झेलना।
वाक्य : रमेश को नौकरी पाने के लिए कई पापड़ बेलने पड़े।
27. प्राण सूखना - बहुत डर जाना।
वाक्य : भाई साहब को देखकर मेरे प्राण सूख गए।
28 . बूते से बाहर - सामर्थ्य न होना।
वाक्य : यह काम मेरे बूते के बाहर है, इसलिए मैं आपसे क्षमा चाहता हूँ।
29. बे-सिर-पैर की बातें करना - व्यर्थ की बातें करना।
वाक्य : सुरेश से ज़्यादा बात मत किया करो। वह तो बे-सिर-पैर की बातें करता रहता है।
30. मुँह चुराना : शर्मिंदा होना।
वाक्य : ऐसा काम क्यों करते हो, जिसके कारण तुम्हें मुँह चुराना पड़े।
31. लगती बात कहना - चुभती हुई बात कहना।
वाक्य : सास ने अपनी बहू को ऐसी लगती बात कही कि वह रोने लगी।
32. लोहे के चने चबाना -बहुत मुश्किल काम करना।
वाक्य : भारत को आस्ट्रेलिया से मैच जीतने में लोहे के चने चबाने पड़े।
33. सिर फिर जाना- पगला जाना दिमाग, खराब हो जाना।
वाक्य : तुम्हारा सिर फिर गया है, क्या जो बेकार की बातें कर रहे हो।
34. सूक्ति बाण चलाना- व्यंग्यपूर्ण बातें करना।
वाक्य : आजकल बहुएँ सास पर सूक्ति-बाण चलाती हैं।
35. हाथ डालना - सम्मिलित होना।
वाक्य : इस मामले में मैंने भी हार डाला था, इसलिए मुझे भी धन्यवाद देना चाहिए।
36. हाथ-पाँव फूल जाना- बहुत घबरा जाना।
वाक्य : पुलिस को देखकर तुम्हारे हाथ-पाँव क्यों फूल गए?
Nice
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