HINDI BLOG : छोटा जादूगर

कहानी 'आप जीत सकते हैं'

'आप जीत सकते हैं एक भिखारी पेंसिलों से भरा कटोरा लेकर ट्रेन स्टेशन पर बैठा था। एक युवा कार्यकारी अधिकारी वहाँ से गुजरा और उसने कटोरे में...

Thursday, 17 October 2024

छोटा जादूगर


 पठित गद्यांश 
अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न 

दस बज चुके थे-----------------------------------------मोटर वाला मेरे बताए हुए पथ पर चल पड़ा। 

(क) लेखक ने छोटे जादूगर को कहाँ और किस स्थिति में देखा ?
 उत्तर - लेखक ने छोटे जादूगर को साफ धूप में सड़क के किनारे देखा था, जहाँ एक कपड़े पर छोटे जादूगर का रंगमंच सजा हुआ था। मगर खेल दिखाते समय वह स्वयं काँप जाता था। उसकी वाणी में प्रसन्नता नहीं थी।

(ख) दूसरों को हँसाने की चेष्टा में छोटे जादूगर का स्वर क्यों लड़खड़ा रहा था ?
 उत्तर - दूसरों को हँसाने की चेष्टा में छोटे जादूगर का स्वर लड़खड़ा रहा था, क्योंकि उसकी माँ ने कहा था कि जल्दी वापस आना। मेरी घड़ी समीप है।

(ग) भीड़ में लेखक को देखकर छोटे जादूगर की स्थिति कैसी हो गई ?
 उत्तर - भीड़ में लेखक को देखकर छोटा जादूगर क्षण भर के लिए मूर्तिमान हो गया।

(घ) छोटे जादूगर द्वारा "क्यों न आता!" कहने से कौन-सा भाव झलकता है ?
 उत्तर - छोटे जादूगर द्वारा 'क्यों न आता!' कहने से विवशता और आर्थिक विपन्नता का भाव झलकता है। इन शब्दों से स्पष्ट है कि आना उसकी मज़बूरी थी। इसके अतिरिक्त कोई चारा नहीं था।



लघु उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर दीजिए -

(क)  लड़के ने लेखक को कार्निवल के मैदान में आने का क्या कारण बताया ?
 उत्तर - लड़के ने लेखक को कार्निवल के मैदान में आने का कारण बताते हुए कि माँ बीमार हैं इसलिए मैं उसकी दवा-दारू खरीदने और पथ्य देने तथा स्वयं का पेट भरने के लिए कुछ पैसे कमाने आया हूँ, क्योंकि मेरे पिताजी जेल में हैं।

(ख) लेखक ने लड़के को कितने टिकट खरीदकर दिए ?
 उत्तर - लेखक ने लड़के को बारह टिकट खरीदकर दिए।

(ग) हिंडोले से लेखक को किसने पुकारा ?
 उत्तर - हिंडोले से लेखक को छोटे जादूगर ने पुकारा।

(घ) लेखक की पत्नी द्वारा दिए गए रुपये से छोटे जादूगर ने क्या-क्या खरीदा ?
 उत्तर - लेखक की पत्नी के द्वारा दिए गए रुपये से छोटे जादूगर ने पकौड़ी और एक सूती कंबल खरीदा।

(ङ) लता-कुंज का वर्णन कीजिए। 
 उत्तर - लता-कुंज एक छोटा सा बनावटी महल था। वहाँ संध्या होने पर साँय-साँय की आवाज़ आती थी। डूबते हुए सूर्य की अंतिम किरणें पत्तियों से विदाई लेती नज़र आती थीं। यह लता-कुंज चारों तरफ से सुनसान था

दीर्घ उत्तरीय प्रश्नों के उत्तर दीजिए -

(क) पहली बार छोटे जादूगर को देखकर लेखक को उसके अभाव में भी संपूर्णता की झलक क्यों          दिखाई दी ?
 उत्तर - पहली बार छोटे जादूगर को देखकर लेखक को उसके अभाव में भी संपूर्णता की झलक दिखाई दी, क्योंकि वह सबको खाते-पीते देख रहा था। मगर किसी से कुछ माँग नहीं रहा था। अभावग्रस्त होते हुए भी उसके मन में संतोष और तृप्ति का भाव था।

(ख) तेरह-चौदह वर्ष की आयु में ही वह बालक अपने परिवार की ज़िम्मेदारी क्यों उठा रहा था ?
 उत्तर - तेरह-चौदह वर्ष की आयु में ही वह बालक अपने परिवार की ज़िम्मेदारी उठा रहा था, क्योंकि उसके पिता देश के लिए जेल में थे और घर पर उसकी माँ बीमार थी, जिसकी देखभाल के लिए उसके सिवा घर पर और कोई नहीं था।

(ग) बॉटेनिकल -उद्यान में छोटे जादूगर का खेल देखने वाले हँसते-हँसते लोट-पोट क्यों हो गए ?
 उत्तर -बॉटेनिकल उद्यान में छोटे जादूगर का खेल देखने वाले हँसते-हँसते लोट-पोट हो गए, क्योंकि उसके सभी खिलौने अभिनय करने लगे थे। भालू मनाने लगा था। बिल्ली रूठने लगी थी। बंदर घुड़कने लगा था। गुड़िया का ब्याह हुआ। गुड्डा वर काना निकला आदि सभी कार्य जादूगर की बातों से हो रहे थे।

(घ) लड़का खेल-तमाशा क्यों दिखाना चाहता था ?
उत्तर-  लड़का खेल-तमाशा दिखाना चाहता था, क्योंकि उसको ऐसा करने से कुछ पैसे मिल जाएँगे, तो वह अपनी बीमार माँ को दवाइयाँ व पथ्य देगा और खुद का भी पेट भरेगा।

(ङ)  “सारा संसार जैसे जादू-सा मेरे चारों ओर नाच रहा था।" इस कथन से लेखक क्या स्पष्ट करना चाहते हैं ?
 “सारा संसार जैसे जादू-सा मेरे चारों ओर नाच रहा था।" इस कथन से लेखक ने संसार के सत्य को अनावृत्त करना चाहा है। संसार की स्वार्थपरता और भौतिकता की चकाचौंध के बीच जीवन का सार्वभौमिक सत्य लेखक के समक्ष उपस्थित हो जाता है। इसे देखकर लेखक किंकर्तव्यविमूढ़ की स्थिति में खड़ा रह जाता है और सारा संसार उसे एक जादू की भाँति नाचता हुआ प्रतीत होता है।

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