HINDI BLOG : August 2021

कहानी 'आप जीत सकते हैं'

'आप जीत सकते हैं एक भिखारी पेंसिलों से भरा कटोरा लेकर ट्रेन स्टेशन पर बैठा था। एक युवा कार्यकारी अधिकारी वहाँ से गुजरा और उसने कटोरे में...

Friday, 20 August 2021

MCQ CLASS10 -AB KAHAN DUSRON KE DUKH SE DUKHI HONE WALEY/अब कहाँ दूसरों के दुःख से दुखी होने वाले ----- बहुविकल्पीय प्रश्न

HINDI NCERT SOLUTIONS CLASS 8, 9,10 SPARSH

पाठ- अब कहाँ दूसरों के दुःख से दुखी होने वाले 
बहुविकल्पीय प्रश्न

 1.बाइबिल में किसे समस्त प्राणी जीव का बादशाह माना गया है ?

(i) नूह
(ii) शेख अयाज़
(iii) सोलोमेन
(iv) निदा फ़ाज़ली


उत्तर - (iii)
सोलोमेन

Thursday, 19 August 2021

MCQ CLASS 12 CORE... BHAKTIN /भक्तिन- महादेवी वर्मा ...... बहुविकल्पीय प्रश्न

HINDI NCERT SOLUTIONS CLASS 8, 9,10 SPARSH
भक्तिन -  महादेवी वर्मा 
बहुविकल्पीय प्रश्न 

 1. भक्तिन का परिवार द्वारा रखा गया नाम क्या था ?
(i) दुर्गा 
(ii) लक्ष्मी 
(iii) रूपा 
(iv) पार्वती

उत्तर- (ii) लक्ष्मी 

 2. भक्तिन किससे सेवा-धर्म में स्पर्धा करने वाली थी ?
(i) राम 
(ii) भरत 
(iii) हनुमान 
(iv) शबरी 

उत्तर- (iii) हनुमान 

3.पति के देहांत के समय भक्तिन की उम्र कितनी थी ?
(i) उन्नीस 
(ii) बाइस  
(iii) अठाइस 
(iv) उनतीस 
उत्तर-(iv) उनतीस 

4. कपाल कुंचित रेखाओं का अर्थ है -
(i) भाग्य द्वारा मस्तक पर सिकड़ी रेखाएँ खींचना 
(ii) भाग्य द्वारा हाथ पर सीधी रेखाएँ खींचना 
(iii) भाग्य द्वारा मस्तक पर सीधी रेखाएँ खींचना 
(iv) उपर्युक्त सभी
 
उत्तर-(i) भाग्य द्वारा मस्तक पर सिकड़ी रेखाएँ खींचना 

5. विवाह से समय भक्तिन की उम्र क्या थी ?
(i) पाँच  वर्ष 
(ii) दस वर्ष 
(iii) बारह वर्ष 
(iv) पंद्रह वर्ष
 
उत्तर- (i) पाँच  वर्ष 

6.भक्तिन को किस से डर लगता था ?
(i) शेर से 
(ii) लेखिका से 
(iii) कारागार से 
(iv) संसार 
उत्तर-(iii) कारागार से

7.भक्तिन किस कद-काठी थी ?
(i) दुबली 
(ii) मोटी 
(iii) लंबी 
(iv)छोटी 

उत्तर-(iv)छोटी 

8. भक्तिन क्या नहीं बन सकती थी ?
(i) महादेवी वर्मा 
(ii) मीराबाई 
(iii) एकनाथ 
(iv) सत्यवादी हरिश्चंद्र

उत्तर-(iv) सत्यवादी हरिश्चंद्र

9. किस आयु में भक्तिन का गोना हुआ था ?
(i) 5 वर्ष की उम्र में 
(ii) 7 वर्ष की उम्र में 
(iii) 9 वर्ष की उम्र में 
(iv) 11  वर्ष की उम्र में 

उत्तर-(iii) 9 वर्ष की उम्र में

10.भक्तिन का यह नाम किसने रखा था ?
(i) पिता ने 
(ii) सौतेली माँ ने 
(iii) महादेवी वर्मा ने 
(iv) लोगों ने 

उत्तर-(iii) महादेवी वर्मा ने 

11. भक्तिन कितनी पुत्रियाँ थीं ?
(i) एक 
(ii) दो 
(iii) तीन 
(iv) एक भी नहीं 

उत्तर- (iii) तीन 

12. भक्तिन संस्मरणात्मक कहाँ से लिया गया है ?
(i) स्मृति की रेखाओं से 
(ii) समृद्धि की रेखाओं से 
(iii) स्मृति की कल्पनाओं से 
(iv) आत्मपरिचय 

उत्तर- (i) स्मृति की रेखाओं से 

13.भक्तिन के पति की आयु मृत्यु के समय कितनी थी ?
(i) 30  
(ii) 32 
(iii) 34 
(iv) 36 
 
उत्तर- (iv) 36 
 
14. भक्तिन का नामकरण क्या देखकर लेखिका ने किया था ?
(i) उसका स्वभाव देखकर 
(ii) उसकी कंठी माला देखकर 
(iii) उसका पूजा-पाठ देखकर 
(iv) उसका रूप सौंदर्य देखकर

उत्तर- (ii) उसकी कंठी माला देखकर 

15.भक्तिन का प्रभाव पड़ने से लेखिका कैसी हो गई ?
(i) अनपढ़ 
(ii) आलसी 
(iii) देहाती 
(iv) डरपोक
 
उत्तर- (iii) देहाती
 
16.लेखिका जब भक्तिन को पुकारती थीं, तब वह किस तरह उत्तर देती थी ?
(i) जी 
(ii) आँय  
(iii) हाँ जी 
(iv) आई मालकिन

उत्तर- (ii)आँय  

17.भक्ति के होंठ कैसे थे ?
 (i) पतले 
(ii) बहुत मोटे 
(iii) कटे-फटे 
(iv) लटके हुए 

उत्तर- (i) पतले 

18. लेखिका की हिरनी का नाम था-
(i) मोहनी 
(ii) सुंदरी 
(iii) सोना 
(iv) वसंती 

उत्तर-(iii) सोना 

19. भक्तिन को कारावास कैसा प्रतीत होता था ?
(i) इंद्रलोक की तरह  
(ii) यमलोक की तरह 
(iii) अपने घर की तरह 
(iv) अपने सुसराल की तरह 

उत्तर-(ii) यमलोक की तरह 

20.भक्तिन की कहानी कैसी कहानी है ?
(i) सुखद 
(ii) अधूरी 
(iii) पूरी 
(iv) दुखद 

उत्तर- (iv) दुखद 

21. अपने परिवार में लेखिका किस कारण से प्रख्यात थी ?
(i) दया-भावना के कारण 
(ii) पाक-कला में निपुण होने के कारण 
(iii) पशु-पक्षी पालने के कारण 
(iv) गायन-कला में निपुण होने के कारण 

उत्तर-(iii) पशु-पक्षी पालने के कारण 

22. भक्तिन की घुटी हुई चाँद किससे ढकी हुई थी, जब वह शहर आई थी ?
(i) मोटी मैली धोती से 
(ii) फ़टी चादर से 
(iii) बड़ी चुनरी से 
(iv) साड़ी के पल्लू से 

उत्तर-(i) मोटी मैली धोती से
 
23.लेखिका ने शहर और देहात के जीवन के अंतर पर विचार क्या पढ़ते समय किया ?
(i) पतंजलि सूत्र 
(ii) ज्ञानसूत्र 
(iii) न्यायसूत्र 
(iv) काव्य सूत्र 

उत्तर-(iii) न्यायसूत्र 

24.कौन सिकुड़ कर महादेवी वर्मा के तकिए पर सोया करता था  ?
(i) गोरा  
(ii) वसंत 
(iii) गोधूलि 
(iv) सोना 

उत्तर- (iii)गोधूलि 

25.विचित्र समझदारी की झलक भक्तिन के किस अंग में विद्यमान थी- 
(i) उसकी होठों के कोनों में 
(ii) उसके विश्वास भरे कंठ में 
(iii) उसकी ऊँची आवाज़ में 
(iv) उसकी छोटी आँखों में 

उत्तर- (iv) उसकी छोटी आँखों में 

26.'तीरथ गए मुंडाए सिद्ध' - यह पंक्ति किसके द्वारा कही गई थी ?
(i) भक्तिन ने 
(ii) अजिया सास ने 
(iii) लेखिका ने 
(iv) पितिया ससुर ने 

उत्तर- (i) भक्तिन ने 

 27. स्त्रियों का क्या करना  महादेवी वर्मा को अच्छा नहीं लगता था ?
(i) उनका सिर घुटाना 
(ii) उनका नृत्य करना 
(iii) उनका संगीत सीखना  
(iv) उनका फैशन करना 

उत्तर-(i) उनका सिर घुटाना 

28. भक्तिन कहाँ की रहने वाली थी ?
(i) झाँसी 
(ii) झूसी 
(iii) हांसी 
(iv) झझिया 
उत्तर-(ii) झूसी 

29.पति का दादा कौन-सा सुसर कहलाता है ?
(i) आई ससुर 
(ii) अगिया ससुर 
(iii) अजिया ससुर 
(iv) अधिया ससुर 

उत्तर- (iii) अजिया ससुर

30.भक्तिन का शूरवीर पिता किस गाँव से संबंध रखता था ?
(i) झाँसी 
(ii) मुंसी  
(iii) झूसी 
(iv) हंडिया

उत्तर- (iii) झूसी 

31.किसके लिए भक्तिन लड़ाई लड़ती रही ?
(i) अपने अस्तित्व के लिए 
(ii) अपनी बेटियों के लिए 
(iii) अपनी मालकिन के लिए 
(iv) अपने पति के लिए 

उत्तर- (ii) अपनी बेटियों के लिए 

32. भक्तिन के साथ सद्व्यवहार सुसराल में किसने किया ?
(i) सास में 
(ii) ससुर ने
(iii) जिठानियों ने 
(iv) पति ने 

उत्तर- पति ने 

33.एक विधवा के साथ हमारे समाज में कैसा व्यवहार किया जाता है ?
(i) सम्मानपूर्ण 
(ii) असम्मानपूर्ण
(iii) स्नेहपूर्ण 
(iv) सहानुभूतिपूर्ण 

उत्तर-  (ii)असम्मानपूर्ण

34.भक्तिन के साथ सास और जेठानियाँ कैसा व्यवहार करती थीं ?
(i) क्रूरतापूर्ण 
(ii) सम्मानपूर्ण 
(iii) दयापूर्ण 
(iv) प्रेमपूर्ण 

उत्तर- (i) क्रूरतापूर्ण

35.भक्तिन का सुसराल किस गाँव में था ?
(i) झाँसी ने 
(ii) कुंडिया में 
(iii) हँडिया में 
(iv) पुनियाँ में 

उत्तर- (iii) हँडिया में 

36. भक्तिन को पुनर्विवाह करने के लिए सुसरालवाले क्यों कहते हैं ?
(i) उसके सुखी जीवन के लिए 
(ii) उससे छुटकारा पाने के लिए 
(iii) उसे सम्म्मानपूर्ण स्थान देने के लिए 
(iv) उसकी संपत्ति हड़पने के लिए

उत्तर- (iv) उसकी संपत्ति हड़पने के लिए

Sunday, 15 August 2021

MCQ CLASS 10 SURDAS KE PAD ........सूरदास के पद / बहुविकल्पीय प्रश्न

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सूरदास के पद 
बहुविकल्पीय प्रश्न
1.गोपियाँ गुहार लगाना चाहती हैं -
(i) श्रीराम से 
(ii) ईश्वर से 
(iii) उद्धव से 
(iv) कृष्ण से 

उत्तर-(iv) कृष्ण से 

Saturday, 14 August 2021

MCQ CLASS-9 EVEREST: MERI SHIKHAR YATRA /एवरेस्ट: मेरी शिखर यात्रा ........ बहुविकल्पीय प्रश्न

HINDI NCERT SOLUTIONS CLASS 8, 9,10 SPARSH
एवरेस्ट:  मेरी शिखर यात्रा  
बहुविकल्पीय प्रश्न

1. किस तिथि को दिल्ली से एवरेस्ट अभियान दल ने प्रस्थान किया था ?
(i) 3 मार्च 
(ii) 5 मार्च 
(iii) 7 मार्च 
(iv) 7 अप्रैल 

उत्तर- (iii) 7 मार्च 

2. अभियान दल ने दिल्ली से किस स्थान के लिए प्रस्थान किया था ?
(i) केरल 
(ii) काठमांडू 
(iii) नमचे बाजार 
(iv) उत्तर प्रदेश 

उत्तर- (ii) काठमांडू 

3. सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण नगरीय क्षेत्र नमचे बाजार का कौन-सा है ?
(i) काठमांडू 
(ii) साउथ कोल   
(iii) ल्होत्से  
(iv) शेरपा लैंड

उत्तर- (iv) शेरपा लैंड

4.लेखिका 26 मार्च को कहाँ पहुँची थी ?
(i) नमचे बाजार
(ii)साउथ कोल 
(iii) ल्होत्से
(iv) पैरिच 

उत्तर- (iv) पैरिच 

5.बचेंद्री पाल का जन्म हुआ था -
(i) 24 मई, 1954 
(ii) 26 मई, 1955  
(iii) 24 मई, 1958  
(iv) 24 मई, 1959  

उत्तर- (i) 24 मई, 1954 

6.बचेंद्री पाल ने ट्रेनिंग के दौरान कितने मीटर ऊँची चोटी की चढ़ाई की थी ?
(i) 6000 मीटर 
(ii) 6500 मीटर 
(iii) 7000 मीटर 
(iv) 7500 मीटर 

उत्तर-(iv) 7500 मीटर 

7. बछेंद्री पाल की शैक्षिक योग्यता  है -
(i) एम.ए 
(ii) बी. एड 
(iii) एम.ए, बी.एड  
(iv) बी.एस.सी

उत्तर- (iii) एम.ए, बी.एड  

8. बेस कैंप चार कब लगाया गया ?
(i) 29 अप्रैल 
(ii) 30 अप्रैल 
(iii) 1 मई 
(iv) 2 मई 

उत्तर- (i) 29 अप्रैल 

9.बेस कैंप चार की ऊँचाई थी-
(i) 6700 मीटर 
(ii) 6900 मीटर
(iii) 7700 मीटर
(iv) 7900 मीटर

उत्तर-(iv) 7900 मीटर

10.अग्रिम दल के नेता थे -
(i) अंगदोरजी 
(ii) उपनेता प्रेमचंद 
(iii) डॉक्टर मीनू मेहता 
(iv) तेनजिंग नोरगे 

उत्तर-(ii) उपनेता प्रेमचंद 

11.अव्यवस्थित ढंग से बर्फ़ के खंडों का गिरना क्या कहलाता है ?
(i) भूस्खलन 
(ii) हिमपात 
(iii) ओलावृष्टि 
(iv) बर्फबारी

उत्तर-(ii) हिमपात 

12.लेखिका को किसकी मृत्यु का समाचार बेस कैंप पहुँचने पर मिला था ?
(i) शेरपा कुली की  
(ii) सहायक दल के सदस्य की 
(iii) आम नागरिक की 
(iv) रसोई सहायक की

उत्तर-(iv) रसोई सहायक की

13.लेखिका के अभियान दल के नेता थे -
(i) उपनेता प्रेमचंद 
(ii) कर्नल खुल्लर 
(iii) अंगदोरजी 
(iv) तेनजिंग नोरगे 

उत्तर-(ii) कर्नल खुल्लर 

14. हिमस्खलन के कारण किसकी मृत्यु का समाचार बचेंद्री पाल को मिला था ?
(i) रसोई सहायक की 
(ii) शेरपा कुली की 
(iii) अग्रिम दल के सहायक की 
(iv) आम नागरिक की

उत्तर-(ii) शेरपा कुली की 

15.साउथ कोल किस नाम से प्रसिद्ध है ?
(i) पृथ्वी पर बहुत अधिक गर्म जगह 
(ii) पृथ्वी पर बहुत अधिक नम जगह 
(iii) पृथ्वी पर बहुत अधिक कठोर जगह 
(iv) ठंडा पहाड़ी प्रदेश

उत्तर- (iii) पृथ्वी पर बहुत अधिक कठोर जगह 

16.किस वज़ह से बचेंद्री पाल का नाम इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा ?
(i) भारत की पहली टेनिस महिला खिलाड़ी 
(ii) ओलंपिक्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने के कारण 
(iii) एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला 
(iv) पहली भातीय महिला आई.पी.एस अधिकारी 

उत्तर- (iii) एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला 

17.बचेंद्री पाल ने स्नातकोत्तर (एम.ए) किस विषय में उत्तीर्ण किया ?
(i) गणित 
(ii) भूगोल 
(iii) हिंदी 
(iv) संस्कृत 

उत्तर-(iv) संस्कृत

18.एवरेस्ट शिखर पर पहुँचकर बचेंद्री ने सबसे पहले क्या किया ?
(i) अपनी फोटो ली 
(ii) सागरमाथे के ताज को चूमा 
(iii) वाकी-टाकी पर बात की 
(iv) भोजन किया 

उत्तर-

19.अंगदोरजी के चढ़ाई के दौरान पैर ठंडे पड़ने के क्या कारण थे ?
(i) बिना जूतों के चढ़ाई करने के कारण  
(ii) अत्यधिक ठंड लगने के कारण 
(iii) बिना ऑक्सीजन सिलिंडर के चढ़ाई करने के कारण 
(iv) बर्फ़ बारी होने के कारण 

उत्तर-(iii) बिना ऑक्सीजन सिलिंडर के चढ़ाई करने के कारण 

20. तेनजिंग नोरगे क्यों प्रसिद्ध हैं ?
(i) बहुत बड़े स्वतंत्रता सेनानी 
(ii) नेपाली सैनिक 
(iii) एवरेस्ट पर चढ़ने वाले पहले व्यक्ति 
(iv) बहुत बड़े राजनीतिक दल के नेता

उत्तर- (iii) एवरेस्ट पर चढ़ने वाले पहले व्यक्ति 

21.तेनजिंग ने अभियान दल के सदस्यों को क्या समझाया ?
(i) सभी सदस्यों को एक साथ चढ़ाई करनी चाहिए। 
(ii) सभी सदस्यों को एक-दूसरे का सामान उठाना चाहिए। 
(iii) अभियान दल के सभी सदस्यों को कैंप में रुकना चाहिए। 
(iv) अभियान दल के सभी सदस्यों को शेरपा कुलियों से बात करनी चाहिए।  

उत्तर-(iv) अभियान दल के सभी सदस्यों को शेरपा कुलियों से बात करनी चाहिए।  

22. लेखिका के शिखर पर पहुँचने का समय था ?
(i) सुबह के सात बजकर एक मिनट पर 
(ii) दोपहर के सात बजकर एक मिनट पर 
(iii) शाम के सात बजकर एक मिनट पर 
(iv) रात के सात बजकर एक मिनट पर 

उत्तर- (ii) दोपहर के सात बजकर एक मिनट पर 

23.लेखिका किस समय सागरमाथा के शिखर पर पहुँची ?
(i) 23 मई, 1984 
(ii) 24 मई, 1985 
(iii) 23 मई, 1985 
(iv) 24 मई, 1984

उत्तर- (i) 23 मई, 1984 

24.अंगदोरजी की पर्वत-यात्रा की क्या विशेषता थी ?
(i) बिना ऑक्सीजन सिलेंडर के चढ़ाई करना 
(ii) बिना जूतों के चढ़ाई करना 
(iii) सभी का सामान उठाकर चढ़ाई करना 
(iv)रस्सियों की सहायता से चढ़ाई करना

उत्तर- (i) बिना ऑक्सीजन सिलेंडर के चढ़ाई करना

25. पर्वत शिखर की अंतिम यात्रा कहाँ से कहाँ तक थी ?
(i) बेस कैंप से हिमालय शिखर कैंप तक 
(ii) कैंप चार से हिमालय के ऊँचे शिखर तक  
(iii) बेस कैंप से साउथ कोल तक 
(iv) साउथ कोल शिखर कैंप से हिमालय के ऊँचे शिखर तक 

उत्तर-(iv) साउथ कोल शिखर कैंप से हिमालय के ऊँचे शिखर तक 

26. लेखिका अपने साथ एवरेस्ट शिखर तक क्या लेकर गई थीं ?
(i) दुर्गा का चित्र और भगवत गीता 
(ii) दुर्गा का चित्र और हनुमान चालीसा 
(iii) दुर्गा का चित्र और रामायण 
(iv) हनुमान का चित्र और रामायण 

उत्तर-(ii) दुर्गा का चित्र और हनुमान चालीसा

27.अभियान दल के सदस्यों को सबसे पहली बाधा से किसने अवगत करवाया था ?
(i) अंगदोरजी 
(ii) कर्नल खुल्लर 
(iii) डॉ. मीनू मेहता 
(iv) प्रेमचंद 
उत्तर- (iv) प्रेमचंद 

28.तेनजिंग की पुत्री का नाम क्या था ?
(i) बचेंद्री पाल 
(ii) मीनू मेहता 
(iii) की 
(iv) डेकी 

उत्तर- (iv) डेकी 

29.तंबू का रास्ता लोपसांग ने किसकी सहायता से साफ़ किया ?
(i) चाकू से 
(ii) स्विस छुरी से 
(iii) फावड़े से 
(iv) कुल्हाड़ी से 

उत्तर- स्विस छुरी से 

30.एवरेस्ट यात्रा के दौरान किस तारीख को लेखिका को दुर्घटना का सामना करना पड़ा ?
(i) 14-15 मई, सन् 1984 
(ii) 15-16 मई, सन् 1984 
(iii) 16-17 मई, सन् 1984 
(iv) 18-19 मई, सन् 1984 

उत्तर- (ii)15-16 मई, सन् 1984 

31.ल्होत्से पहाड़ियों की ढलान पर कौन-सा कैंप लगाया गया था ?
(i) साउथ कोल कैंप 
(ii) कैंप तीन 
(iii) कैंप चार 
(iv) शिखर कैंप 

उत्तर- (ii) कैंप तीन 

32.लेखिका और अंगदोरजी को एवरेस्ट शिखर पर पहुँचने में कितना समय लगा ?
(i) एक घंटा 
(ii) दो घंटे 
(iii) तीन घंटे 
(iv) चार घंटे 

उत्तर- (ii) दो घंटे 

33.एवरेस्ट यात्रा के दौरान कितने कैंप लगाए गए थे ?
(i) 5 कैंप 
(ii) 6 कैंप 
(iii) 7 कैंप 
(iv) 8 कैंप 

उत्तर- (iii) 7 कैंप 

34.अल्यूमिनियम की सीढ़ियों से पुल बनाना,स्ट्रेचर बनाना, अभियांत्रिक कार्यों आदि की जानकारी किसने अभियान दल के सदस्यों को दी थी  ?
(i) डॉ.मीनू मेहता 
(ii) जय 
(iii) लोपसांग 
(iv) रीता गोंबू 

उत्तर- (i)डॉ.मीनू मेहता 

35.बर्फ़ की बड़ी-बड़ी चट्टानें किसके बहने से गिरने लगती हैं ?
(i) नदी के  
(ii) हवा के  
(iii) ग्लेशियर के  
(iv) पानी के 

उत्तर- (iii) ग्लेशियर के   

36. एवरेस्ट शिखर का आकार कैसा है ?
(i) वृत्ताकार 
(ii) ऊबड़-खाबड़ 
(iii) शंक्काकार  
(iv) कठोर 

उत्तर- (i) वृत्ताकार 

 

Thursday, 12 August 2021

MCQ CLASS 9 DOHE...... RAHIM /दोहे - रहीम ........बहुविकल्पीय प्रश्न

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दोहे - रहीम 
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. रहीम ने कौन-से धागे को कभी न तोड़ना के लिए कहा है ?
(i) रेशमी 
(ii) सूती 
(iii) टूटे हुए 
(iv) प्रेम रूपी 
उत्तर- (iv) प्रेम रूपी 
 
2. प्रेम संबंधी रूपी धागा टूटने पर क्या होगा ?
(i) जुड़ता नहीं है 
(ii) गाँठ पड़ जाती है
(iii) पहले जैसे नहीं जुड़ता 
(iv) टूटा हुआ रह जाता है 
उत्तर- (ii) गाँठ पड़ जाती है

3. प्रेम रूपी धागा टूटने का परिणाम होता है-
(i) पहले जैसी सरलता एवं सजगता नहीं रहती  
(ii) कभी गाँठ नहीं पड़ती है 
(iii) मन में गाँठ रह जाती है 
(iv) अखंड ही अच्छा रहता है 
उत्तर- (iii) मन में गाँठ रह जाती है 

4. प्रेम रूपी धागा टूटने के बाद फिर जुड़ जाने पर क्या होता है ?
(i) संबंधों में मधुरता रहती है 
(ii) मन में विवाद उत्पन्न होते हैं 
(iii) व्यवहार में कठोरता आ जाती है 
(iv) शंका रूपी गाँठ बनी रहती है
उत्तर- (iii) व्यवहार में कठोरता आ जाती है  

5. अगर प्रेम संबंध टूट जाए तो उसका क्या परिणाम होगा ?
(i) संबंध पहले जैसे नहीं रहते 
(ii) संबंध पहले से बेहतर हो जाते हैं 
(iii) संबंधों में और अधिक प्रगाढ़ता आ जाती है 
(iv) संबंध पहले से अधिक कटु हो जाते हैं 
उत्तर- (i) संबंध पहले जैसे नहीं रहते

6. प्रेम रूपी संबंध को किस तरह निभाना चाहिए ?
(i) बहुत सतर्कता के साथ 
(ii) बड़ी तटस्थता के साथ 
(iii) बिलकुल सच बोलकर 
(iv) निरा झूठ बोलकर 
उत्तर- (i) बहुत सतर्कता के साथ 

7. कवि रहीम अपने मन की व्यथा को दूसरों से छिपाने के लिए क्यों कहते हैं ?
(i) ताकि लोग उनका मज़ाक न उड़ाएँ 
(ii) हँसने के लिए 
(iii) दुखी होने के लिए 
(iv) सही निर्णय लेने के लिए 
उत्तर- (i) ताकि लोग उनका मज़ाक न उड़ाएँ  

8. कवि  की दुःख के बारे में क्या राय है -
(i) दुःख को छिपाकर रखना चाहिए 
(ii) दूसरों के सामने प्रकट करना चाहिए 
(iii) अपने मन में नहीं रखना चाहिए 
(iv) अपने खास मित्र को बता देना चाहिए 
उत्तर- (i) दुःख को छिपाकर रखना चाहिए 

9. अठिलैहैं शब्द का अर्थ है-
(i) हँसी-ठठा करना 
(ii) मज़ाक उड़ाना 
(iii) बातें बनाना 
(iv) धीरे से कहना 
उत्तर- (iii) बातें बनाना 

10. दोहों की भाषा है -
(i) ब्रज 
(ii) सधुक्कड़ी 
(iii) अवधी 
(iv) खड़ी बोली 
उत्तर- (iv) खड़ी बोली 

11. अपने मन में हमें क्या छिपाकर रखना चाहिए ?
(i) खुशी को 
(ii) उल्लास को 
(iii) वेदना को 
(iv) क्रोध को 
उत्तर- (iii) वेदना को 

12."गाँठ पड़ना' का अर्थ है -
(i) मन में प्रेम बढ़ जाना 
(ii) मन में दरार आ जाना 
(iii) मन का मज़बूत हो जाना 
(iv) मन का स्वार्थी हो जाना 
उत्तर- (ii) मन में दरार आ जाना 

13. मन की पीड़ा को हमें अपने मन में क्यों छिपाकर रखना चाहिए ?
(i) हमारा दुःख कोई कम नहीं कर सकता 
(ii) दुःख सुनकर लोग हँसी उड़ाते हैं 
(iii) लोग दुखी की सहायता करना चाहते हैं 
(iv) लोग दुःख को बड़ा देते हैं 
उत्तर- (i) हमारा दुःख कोई कम नहीं कर सकता 

14. हम मन में क्या विचार करके दूसरों को अपने पीड़ा बताते हैं ?
(i) दूसरों से कहने पर दुःख कम हो जाएगा  
(ii) दूसरों को बताने से दुःख बढ़ जाएगा 
(iii) दूसरे हमारी सहायता करेंगे 
(iv) लोग हम पर दया दिखाएँगे 
उत्तर - (i) दूसरों से कहने पर दुःख कम हो जाएगा   

15.कवि किस की साधना करने को कह रहे हैं ?
(i) देवी-देवता की 
(ii) ईश्वर की 
(iii) महात्मा की 
(iv) योग की 
उत्तर- (ii) ईश्वर की 

16. रहीम 'एकै साधे सब सधै' दोहे में किसका दृष्टांत देकर अपनी बात स्पष्ट करते हैं ?
(i) वृक्ष का 
(ii) भगवान का 
(iii) महान पुरुषों का 
(iv) संत-महात्मा का 
उत्तर- (i) वृक्ष का 

17. सबको क्यों नहीं साधा जा सकता ? 
(i) सभी को प्रसन्न नहीं किया जा सकता 
(ii) सभी की कृपा पाना आवश्यक नहीं 
(iii) एक परमात्मा को पाने से सब मिल जाता है 
(iv) सभी देवी-देवताओं की उपासना संभव नहीं 
उत्तर- (ii) सभी की कृपा पाना आवश्यक नहीं 

18. एक ईश्वर को सिद्ध करने पर क्या होता है ?
(i) ईश्वर प्राप्ति 
(ii) ईश्वर का आशीर्वाद 
(iii) समस्त लाभ मिलना 
(iv) सभी सांसारिक कामनाओं की पूर्ति 
उत्तर- (iv) सभी सांसारिक कामनाओं की पूर्ति 

19. जड़(मूल) को सींचने का क्या परिणाम होता है ?
(i) वृक्ष उगना 
(ii) वृक्ष का हरा-भरा होना 
(iii) फल-फूल स्वयमेव उत्पन्न होना 
(iv) हरियाली छाना 

उत्तर-(iii) फल-फूल स्वयमेव उत्पन्न होना 

20. चित्रकूट किस नाम से प्रसिद्ध है ?
(i) दुख निवारक स्थान 
(ii) शांत प्रदेश 
(iii) सुरम्य प्रदेश 
(iv) लीलास्थली 
उत्तर- (i) दुख निवारक स्थान 

21. 'अवध-नरेश' से क्या अभिप्राय है ?
(i) राजा दशरथ 
(ii) श्री रामचंद्र 
(iii) अवध का राजा 
(iv) महाराजाधिराज 
उत्तर- (ii) श्री रामचंद्र 

22. अवध-नरेश को किस विपदा ने घेर लिया था ?
(i) राजपाट छोड़कर वनों में भटकना पड़ा 
(ii) राजपाट छोड़ना पड़ा 
(iii) माता का श्राप भोगना पड़ा 
(iv) सौतेली माता की उपेक्षा सहनी पड़ी 

उत्तर- (i) राजपाट छोड़कर वनों में भटकना पड़ा 

23. चित्रकूट में लोग क्यों आते हैं ?
(i) घूमने के लिए 
(ii) मुसीबत से छुटकारा पाने के लिए 
(iii) श्री राम के वनवास के कारण 
(iv) शांति पाने के लिए 
उत्तर- (ii) मुसीबत से छुटकारा पाने के लिए

24. दोहा 'चित्रकूट में रमि रहे---------सो आवत यह देस' आपको क्यों प्रभावित करता है ?
(i) सुरम्य स्थली हेतु 
(ii) सुंदर वनों के कारण 
(iii) शांतिदायक दुख निवारक प्रभाव हेतु 
(iv) वन्य जीव-जंतुओं के कारण
उत्तर-(iii) शांतिदायक दुख निवारक प्रभाव हेतु 

25.दोहे का अर्थ स्पष्ट करने के लिए कवि ने निम्न दृष्टांत की बात है -
(i) कुंडली 
(ii) नट 
(iii) रस्सी 
(iv) दोहे 
उत्तर-(ii) नट 

26. रहीम द्वारा दोहा छंद की तुलना नट से किस कारण की गई है ?
(i) छिपे भाव के कारण 
(ii) कल्पना की ऊँची उड़ान के कारण 
(iii) सिकोड़कर छोटा बना लेने के कारण 
(iv) ऊँची छलांग लगाने के कारण 

उत्तर-(iii) सिकोड़कर छोटा बना लेने के कारण 

27.दोहा 'सिमिटि कूद चढ़ि जाहि' से कवि का क्या आशय है ?
(i) सिमटकर कूदकर चढ़ जाना 
(ii) सिकोड़कर चढ़ना 
(iii) ऊँची कूद के समान 
(iv) थोड़े में बहुत कुछ कह देना 
उत्तर-(iv) थोड़े में बहुत कुछ कह देना 

28. दोहा के अर्थ के विषय में कवि कहना चाहते है -
(i) दोहा छंद 
(ii) महत्वपूर्ण बात 
(iii) लंबा और गहरा 
(iv) थोड़े अक्षरवाला 
उत्तर-(iii) लंबा और गहरा 

29.'आखर थोरे' से कवि का क्या अभिप्राय है ?
(i)  थोड़े अक्षरों वाला 
(ii) गिने-चुने शब्दों से युक्त 
(iii) अक्षरों से युक्त 
(iv) थोड़े अक्षर
उत्तर-(ii) गिने-चुने शब्दों से युक्त 

30. पंक जल को पीकर कौन तृप्ति का अनुभव करता है ?
(i) कमल 
(ii) छोटे-छोटे जीव 
(iii) पशु 
(iv) मनुष्य 
उत्तर-(ii) छोटे-छोटे जीव 

31.कवि समुद्र की प्रशंसा न करने के पीछे कौन-सा कारण मानते हैं ?
(i) विशाल आकार के कारण 
(ii) परोपकारी न होने के कारण 
(iii) छोटे जीव-जंतुओं की प्यास नहीं बुझाने के कारण 
(iv) नमकीन पानी हेतु 
उत्तर-(ii) परोपकारी न होने के कारण 

32.कौन-से जल को धन्य माना गया है ?
(i) पंक जल को 
(ii) नदी के जल को 
(iii) सागर के जल को 
(iv) झरने के जल को 
उत्तर-(i) पंक जल को 

33. 'धनि रहीम ---------पियासो जाय' दोहे के माध्यम से कवि  कहना चाहते हैं -
(i) दूसरों के काम नहीं आना चाहिए 
(ii) समाज से मदद लेनी चाहिए 
(iii) सहायता लेने से बचना चाहिए 
(iv) गरीबों व असहायों की सहायता करनी चाहिए 
उत्तर-(iv) गरीबों व असहायों की सहायता करनी चाहिए 

34.'धनि रहीम जल पंक को' दोहे का आशय है -
(i) छोटे जीवों से सहायता लेनी चाहिए 
(ii) जीवन की सार्थकता परोपकार में है 
(iii) सभी को सही राह दिखानी चाहिए 
(iv) सबकी भलाई नहीं करनी चाहिए
उत्तर-(ii) जीवन की सार्थकता परोपकार में है 

35.रहीम के अनुसार पशु से भी नीच कौन है ?
(i) स्वार्थी प्रवृत्ति वाले 
(ii) दया न करने वाले 
(iii) जो दूसरों के गुणों की प्रशंसा नहीं करते हैं  
(iv) दूसरों का अपमान करने वाले 
उत्तर-(iii) जो दूसरों के गुणों की प्रशंसा नहीं करते हैं  

36. दोहा 'नाद रीझि ------कछू न देत' में कवि किस तरह के लोगों पर व्यंग्य कर रहे हैं ? 
(i) धनी वर्ग पर 
(ii) कंजूस व स्वार्थी लोगों पर 
(iii) गरीब लोगों पर  
(iv) सत्ताधारियों पर  कहना चाहते हैं - का आशय है -
उत्तर-(ii) कंजूस व स्वार्थी लोगों पर 

37. मृग के संगीत की धुन में मस्त होने पर क्या होता है ?
(i) नृत्य करता है 
(ii) छलांग लगाता है 
(iii) इधर-उधर भागता है 
(iv) प्राण निछावर कर देता है
उत्तर-(iv) प्राण निछावर कर देता है

38.दोहे 'नाद रीझि ---- कछू न देत' दोहे के माध्यम से कवि क्या संदेश देना चाहते हैं ?
(i) दूसरों के जन्म की सराहना करना चाहिए 
(ii) दूसरों को लाभ पहुँचाना चाहिए 
(iii) कटु वचन नहीं बोलने चाहिए 
(iv) अपशब्द नहीं बोलने चाहिए
उत्तर-(i) दूसरों के जन्म की सराहना करना चाहिए 

40. कवि के अनुसार लाख प्रयत्न करने पर भी कौन-सी बात नहीं बनती है ?
(i) सुनी-सुनाई 
(ii) बिगड़ी हुई 
(iii) कही हुई 
(iv) बताई गई 
उत्तर- (ii) बिगड़ी हुई 

41. कवि ने किसका उदाहरण देकर 'बिगड़ी बात बनै नहीं' दोहे को स्पष्ट किया है ?
(i) मक्खन का 
(ii) दूध का 
(iii) बिगड़ी बात का 
(iv) सत्य का 
उत्तर-(ii) दूध का 

42. दोहे 'बिगड़ी बात----------माखन होय' के माध्यम से कवि मानव को क्या शिक्षा दे रहे हैं ?
(i) क्षमा माँगने की 
(ii) कड़वा बोलने की 
(iii) सत्य बोलने की 
(iv) बनी हुई बात न बिगाड़ने की 
उत्तर- (iv) बनी हुई बात न बिगाड़ने की 

43.दोहों में किस छंद का प्रयोग किया गया है ?
(i) सोरठा  
(ii) अनुष्टुप 
(iii) दोहा 
(iv) मालिका
उत्तर- (iii) दोहा 

44. दोहे 'रहिमन देखि बड़ेन को' में 'बड़ेन' से कवि का क्या तात्पर्य है ?
(i) आयु, जाति से बड़ा 
(ii) शक्ति, धन से बड़ा 
(iii) साहस बुद्धि व पद में बड़ा 
(iv) क, ख, ग  तीनों 
उत्तर-(iv) क, ख, ग  तीनों 

45. कवि ने छोटों का महत्त्व समझाने के लिए किस उदाहरण का प्रयोग किया है ?
(i) सुई और तलवार का 
(ii) मोती-धागे का 
(iii) डंडे-लकड़ी का 
(iv) जल-जीव का 
उत्तर-(i) सुई और तलवार का 

46.दोहा 'रहिमन देखि बड़ेन ---------करे तलवारि' के अनुसार कवि ने जीवन में किस का महत्त्व बताया है ?
(i) सबका अपना-अपना महत्त्व है 
(ii) छोटे और बड़ों का 
(iii) सुई-तलवार का 
(iv) काम के अनुसार 
उत्तर-(i) सबका अपना-अपना महत्त्व है 

47.कवि ने तलवार व सुई का क्या संदर्भ प्रस्तुत किया गया है ?
(i) सबका समान रूप से सम्मान करना चाहिए 
(ii) बड़ों को अधिक सम्मान देना चाहिए 
(iii) बड़ों का साथ मिलने पर छोटे लोगों को छोड़ना नहीं चाहिए 
(iv) छोटे-बड़ों को समान दर्जा देना चाहिए
उत्तर-(iii) बड़ों का साथ मिलने पर छोटे लोगों को छोड़ना नहीं चाहिए 

48.मुसीबत(विपत्ति) में हमारा सबसे बड़ा सहायक कौन होता है ?
(i) सगे-संबंधी 
(ii) मित्र 
(iii) धन-दौलत 
(iv) अपनी संपत्ति
उत्तर-(iv) अपनी संपत्ति

49.'जलज' का शाब्दिक अर्थ है-
(i) कमल 
(ii) जल में उत्पन्न होने वाला 
(iii) जल से युक्त 
(iv) जल में रहने वाला
उत्तर-(i) कमल

50.दोहा 'रहिमन निज संपति---------रवि सके बचाय' में कवि ने कौन-सा दृष्टांत दिया है ?
(i) सूर्य और किरणों का 
(ii) कमल और सूर्य का 
(iii) कमल और पानी का 
(iv) सूर्य और रोशनी का 
उत्तर-(i) सूर्य और किरणों का 

51. मुसीबत में व्यक्ति की सहायता करते हैं-
(i) सगे-संबंधी 
(ii) माता-पिता 
(iii) अपनी संपत्ति 
(iv) क, ख, ग तीनों 
उत्तर -(iii) अपनी संपत्ति 

52. दोहा 'रहिमन पानी राखिए-------- मोती मानुष चून' के माध्यम से कवि ने पानी के बारे में क्या कहा है ?
(i) पानी व्यर्थ है 
(ii) पानी सफाई के लिए जरूरी है 
(iii) पानी खारा होता है 
(iv) पानी बिना जीवन व्यर्थ होता है 
उत्तर-(iv) पानी बिना जीवन व्यर्थ होता है 

53. कवि ने पानी से उबरने की बात कही है-
 (i) मोती की 
(ii) मानस की 
(iii) चून की 
(iv) क, ख, ग तीनों की 
उत्तर-(iv) क, ख, ग तीनों की 

54. 'चुन' का शाब्दिक अर्थ है-
(i) चूना 
(ii) आटा 
(iii) आटा और चूना  
(iv) चुनना 
उत्तर-(iii) आटा और चूना

55. दोहा 'रहिमन पानी ---------मानुष, चून' के माध्यम से कवि मानव को क्या शिक्षा दे रहे हैं?
(i) सम्मान की रक्षा करने की 
(ii) स्वाभिमान और आत्मविश्वास की रक्षा करने की 
(iii) दूसरों को सम्मान देने की 
(iv) बड़ों की आज्ञा मानने की
उत्तर-(i) सम्मान की रक्षा करने की 

Tuesday, 3 August 2021

CLASS 10 तताँरा-वामीरो कथा - पाठ का सार..../ लेखक : लीलाधर मंडलोई

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तताँरा-वामीरो कथा -   लेखक : लीलाधर मंडलोई (1954)

पाठ का सार :
इस पाठ के माध्यम से यह बताया गया है कि प्रेम सब को जोड़ता है और घृणा आपस में केवल दूरी बढ़ाती है। जो मनुष्य अपने समाज के लिए बिना किसी स्वार्थ के अपने प्रेम तथा अपने प्राणों तक का बलिदान कर देता है, उसके इस महान बलिदान के लिए सदियों याद रखा जाता है। 
साथ ही यह समाज न केवल उसे याद रखता है बल्कि उसके बलिदान को कभी व्यर्थ नहीं जाने देता। तत्कालीन समाज के सामने एक उदाहरण प्रस्तुत करने वाले इस युगल त्यागी बलिदान को आज भी उस द्वीप  के निवासी गर्व और श्रद्धा के साथ याद करते हैं। यह पाठ एक प्रेमी-युगल के बलिदान की कथा है।
 सदियों पूर्व लिटिल अंडमान और कार-निकोबार आपस में जुड़े हुए थे। तब वहाँ  एक ''पासा नामक गाँव हुआ करता था। 
जिसमें तताँरा नामक एक युवक रहता था। वह युवक बहुत ही सुंदर, आकर्षक व्यक्तित्व और स्वभाव वाला था। इसलिए निकोबारी उससे बहुत प्रेम करते थे। वह अपनी कमर में लकड़ी की एक तलवार सदैव बाँधे रहता था।
 इस तलवार को लेकर लोगों का यह मत था कि उसकी तलवार में दैवीय शक्ति है। एक दिन वह 'लपाती' गाँव के समुद्र-तट पर घूम रहा था। 
वहाँ उसकी भेंट सुरीला, सरस और शृंगार गीत गाती हुई वामीरो नामक अप्रतिम सौंदर्य वाली युवती से होती है। दोनों का मिलना-जुलना शुरू हो जाता है। दोनों के भीतर एक गहरा समर्पण-भाव था, पर दोनों का गाँव अलग-अलग था। अनुसार दोनों का होना जरूरी था वैवाहिक बंधन में बँधने के लिए परंपरा के अनुसार दोनों का एक ही गाँव का होना आवश्यक था। यही वहीं की रीति और परंपरा थी। इसके बावज़ूद दोनों अडिग रहे और नियमित रूप से लपाती के समुद्री किनारे पर मिलते रहे। उधर अफ़वाहें फैलती रहीं। 
कुछ समय बाद पासा गाँव में 'पशु-पर्व' का आयोजन हुआ, जिसमें तताँरा वामीरो से मिला। वामीरो की माँ ने दोनों को देख लिया। वह क्रोध से उफ़न पड़ी। उसने तताँरा को तरह-तरह से अपमानित किया। 
गाँववालों ने भी उसके विरुद्ध आवाज़ें उठाईं। यह सब तताँरा के लिए असहनीय था। उसे इस विवाह की निषेध परंपरा पर क्षोभ था। 
उसे अपनी विवशता पर खीझ हो रही थी। इसी खीझ और क्रोध में उसने अपनी तलवार निकाली और भरपूर शक्ति से धरती में घोंप दी। फिर वह पूरी ताकत से उसे खींचने लगा। ताकत लगाने के कारण वह पसीने से तरबतर हो उठा। यह देखकर गाँव वाले घबरा गए। 
तताँरा तलवार को अपनी तरफ़ खींचते हुए बहुत दूर तक पहुँच गया। लेकिन अचानक जहाँ तक वह लकीर खिंच गई थी, वहाँ से धरती फटने लगी और देखते-ही-देखते द्वीप दो टुकड़ों में विभक्त हो गया। 
तताँरा की तरफ़ का द्वीप समुद्र में धँसने लगा। तताँरा समुद्र से फिसल रहा था। उसके मुँह पर केवल एक ही नाम था- 'वामीरो'। इधर वामीरो भी पागल-सी हो गई। 
वह घंटों वहाँ बैठी रहती, जहाँ तताँरा उससे अलग हुआ था। उसने खाना, पीना छोड़ दिया और परिवार से अलग हो गई। लोगों को उसका कोई सुराग तक नहीं मिला। 
आज दोनों ही नहीं हैं, पर उनकी प्रेम-कथा आज भी घर-घर सुनाई जाती है। उनका बलिदान व्यर्थ नहीं गया। आज भी उस द्वीप के लोग उनको श्रद्धा और गर्व के साथ याद करते हैं। 

कहानी विशेष  :
तताँरा 
* तताँरा पासा गाँव का सुंदर एवं शक्तिशाली युवक था। 
* स्वभाव से नेक, आत्मीयतापूर्ण तथा दूसरों की सहायता करने वाला। 
* एक दिन समुद्र तट पर पर सायंकाल वामीरो से मुलाकात। ततपश्चात वामीरो से प्रेम। 
* मुलाकातें होती रहीं तथा अफवाहें फैलती रहीं। 
* तताँरा का परंपरा पर क्षोभ और अपनी बेबसी पर खीझ होना। 
* अंततः प्रेम-पथ पर अपने  जीवन का त्याग कर देना। 

वामीरो 
* गाँव की एक सुंदर युवती है। 
* सुरीला कंठ तथा गीत संगीत का जादू बिखेरने की कला में माहिर है। 
* वामीरो का आकर्षण भी तताँरा की तरफ था। 
* दोनों के बीच मौन अभिव्यक्ति और मूक समर्पण। 
* वामीरो की माँ का विरोध करना तथा तताँरा को अपमानित करना। 
* तताँरा की मृत्यु के बाद वामीरो विक्षिप्त होना। 
 * प्रेम-पथ में अपना संपूर्ण  जीवन समर्पित कर देना। 

तताँरा की चारित्रिक विशेषताएँ : 
1.आकर्षक व्यक्तित्व - तताँरा सुंदर, बलिष्ट व आकर्षक था। वामीरो भी उसके व्यक्तित्व से प्रभावित होकर उससे प्रेम करने लगी थी। 
2.परोपकारी- वह सभी द्वीपवासियों की सहायता करने के लिए हमेशा तत्पर रहता था। इसलिए सभी लोग उसे बहुत चाहते थे। 
3.विलक्षण शक्ति- तताँरा के पास एक लकड़ी की तलवार थी। उसमें विलक्षण शक्ति थी, जिसके बलबूते पर वह साहसिक कार्य करने में सफल हो जाता था। 
4.सच्चा प्रेमी- वह वामीरो के गीत से प्रभावित होकर उसकी ओर आकर्षित हुआ। उसकी सुंदरता व मधुर आवाज़ पर मोहित होकर वह उस से प्रेम करने लगा। जब गाँव वालों ने उसकी शादी न होने दी तो उसने अपने प्राण त्याग दिए।

वामीरो की चारित्रिक विशेषताएँ :  
1.प्रकृति प्रेमी- वामीरो प्रकृति प्रेमी थी। पहली बार तताँरा ने जब उसे देखा तो वह प्रकृति के सौंदर्य से प्रभावित हो गीत गाने में मग्न थी। 
2. लोक-लाज की रक्षक- वह तताँरा से प्रेम करती है। वह मन-ही-मन यह भी जानती है कि वह अपने गाँव के बंधन को तोड़ नहीं सकती इसलिए पासा पर्व में तताँरा को देखकर वह रोने लगती है। 
3. निश्चल प्रेमिका- वह तताँरा को मन-ही-मन प्रेम करने लगती है। उसका निश्चल प्रेम तब प्रकट होता है जब तताँरा की मृत्यु हो जाती है फिर वह भी घर से अलग होकर उसकी याद में अपने प्राण त्याग देती है। 

* 'तताँरा-वामीरो कथा' एक सच्ची प्रेमगाथा है- 

एक सच्ची प्रेमगाथा वह है, जहाँ मानवीय संबंधों का आधार केवल प्रेम हो। जहाँ  प्रेमी-प्रेमिका धन, सम्मान, संपत्ति, मर्यादा या किसी अन्य वस्तु के लिए नहीं, अपितु मन के सच्चे प्रेम के कारण एक-दूसरे को चाहते हों और एक-दूसरे के लिए मर-मिटने को तैयार हों।  इस आधार पर तताँरा-वामीरो कथा एक सच्ची प्रेमगाथा सिद्ध  होती है। तताँरा-वामीरो के मधुर गीत को सुनकर उस पर मोहित हो जाता है। तताँरा का हृदय उसके मधुर लय में मग्न हो वशीभूत हो जाता है। वह गायन इतना मधुर था कि वह मदहोश होने लगता है। वह उस और बढ़ने लगता है, जिधर से गीत के स्वर में चले आ रहे थे। आगे बढ़ने पर उसकी नज़र उस युवती पर पड़ी, जो ढलती शाम में बेसुध होकर एक शृंगार गीत गा रही थी। बस उसी क्षण से तताँरा वामीरो को चाहने लगा। उसे वामीरों की धन-संपत्ति, मान-मर्यादा से कोई लगाव नहीं था। वह तो बस वामीरो का निश्चय हृदय चाहता था। इसीलिए वह उसे सामने पाकर निशब्द निहारता रहता था। इस प्रकार यह कहा जा सकता है कि तताँरा-वामीरो कथा सच्ची प्रेमगाथा है। 

शेखचिल्ली के किस्से- शेखचिल्ली जब चार साल का था, एक गज दूध

हिंदी साहित्य की पहचान ये कहानियाँ 
शेखचिल्ली जब चार साल का था

शेखचिल्ली चार साल का था अपनी बेवकूफी के लिए नाम कमाने वाले शेखचिल्ली का जन्म हरियाणा के एक गाँव में हुआ था । वह बेवकूफी की हद तक पहुँच चुका एक सीधा - सौदा आदमी था । 

वह हमेशा हवाई किले बनाने में व्यस्त रहता था । उसके अम्मी और अब्बा , दोनों ही उससे बहुत प्यार करते थे , लेकिन वे उसकी बेवकूफियों से तंग आ चुके थे । 

एक दिन उसकी अम्मी उससे बोली , " शेख , अब तू चार साल का हो चुका है । अब तो जरा होशियारी से काम करना सीख । अगर तू होशियारी से काम नहीं करेगा तो लोग तुझे बेवकूफ बनाएंगे ।" 

एक दिन शेख अपने अब्बा और अम्मी के साथ ट्रेन में यात्रा कर रहा था । पैसे बचाने की फिराक में शेख के अब्बा ने अपना और अपनी बीवी का टिकट तो ले रखा था , लेकिन शेख का टिकट उन्होंने नहीं लिया था । थोड़ी देर तक वे अपने परिवार के साथ ट्रेन की यात्रा का मजा लेते रहे । 

तभी टिकट जाँचने वाला रेलवे कर्मचारी उस डिब्बे में आ घुसा और उसने शेख के अब्बा से टिकट दिखाने को कहा ।शेख के अब्बा ने अपना और अपनी बीवी का टिकट दिखा दिया । 

उसे देखकर टिकट निरीक्षक बोला , " इस बच्चे का टिकट कहाँ है ? " तब शेखचिल्ली के अब्बा ने कहा , " मेरा की उम्र केवल तीन साल है । फिर मैं इसका टिकट क्यों लूँ ? " यह तो बस तीन साल की है ! " टिकट निरीक्षक ने हैरत से पूछा । " तुम्हें कोई शक है ! " शेख के अब्बा भी अड़ गए , “ बच्चा तुम्हारा हैया मेरा?"

तभी शेख बीच में बोल पड़ा , " झूठ क्यों बोल रहे हो, अब्बा ? कल ही तो मुझे अम्मी ने बताया था कि मैं चार साल का हूँ ।"  शेखचिल्ली की बात सुनते ही उसके अब्बा बगलें झाँकने लगे । तब टिकट निरीक्षक हँसने लगा और हँसते हुए उनसे  बोला , " तुम्हारे बच्चे ने सच कहा है, इसके सच बोलने के कारण मैं तुम्हें छोड़ रहा हूँ। अगर ये सच न बोलता तो तुम पर इतना हर्ज़ाना लगाता कि तुम्हारी तबियत ठीक हो जाती।" यह कहकर वह चला गया । 

टिकट निरीक्षक के जाने के बाद शेख के अब्बा उसे थप्पड़ मारते हुए बोले ,  " कैसा बेवकूफ लड़का है ! इसके कारण मुझे जुर्माना भरना पड़ जाता । "

एक गज दूध 

शेख चिल्ली को हमेशा यह शिकायत रहती थी कि उसकी अम्मी उसे घर का कोई काम करने को नहीं देती। जबकि उसे यह भी पता था कि कई बार वह खुद भी ठीक से काम नहीं कर पाता। इसलिए जब उसके पास कोई काम नहीं होता था, तब वह बाजार में घूम-घूम कर लोगों और दुकानदारों को गौर से देखता रहता था कि वह किस तरह सौदा करते हैं। 

एक दिन वह एक हलवाई की दुकान बाहर खड़े होकर उसे बहुत ध्यान से देख रहा था। उस समय हलवाई एक छोटे बर्तन से कड़ाहे में दूध डाल रहा था। 

"तुम यह क्या कर रहे हो ?" शेख चिल्ली ने आश्चर्य से पूछा। 

"देख नहीं रहे, मैं दूध माप रहा हूँ।"  हलवाई ने उससे कहा। 

"चिल्ला क्यों रहे हो ? मैं तो सिर्फ पूछ रहा था कि तुम क्या कर रहे हो।" शेखचिल्ली ने कहा और कुछ दूरी पर खड़ा रहकर  हलवाई के काम करने के तरीके को देखता रहा। थोड़ी देर बाद जब उसका मन उचड़ने लगा तो वह वहाँ से चला गया। 

अगले दिन शेखचिल्ली की अम्मी उसे जगाती हुई बोली, "बेटा, हलवाई की दुकान पर जाकर दो रुपए का दूध ले आओ।"

शेखचिल्ली तुरंत एक लोटा लेकर दूध लेने चल पड़ा। हलवाई की दुकान पर पहुँचकर उसने सोचा, 'अम्मी ने मुझे  दो रुपए का दूध लाने को कहा था, लेकिन उन्होंने मुझे यह तो बताया ही नहीं कि दूध लाना है।'

उस समय हलवाई किसी दूसरे ग्राहक का दूध माप रहा था। जब उसने शेखचिल्ली को खड़े हुए देखा तो उसने पूछा, "तुम्हें क्या चाहिए ?"

"मैं भी दूध खरीदने आया हूँ ।" शेखचिल्ली ने हलवाई से कहा। 

"कितना?"

" अम्मी ने यह तो बताया ही नहीं।"

"तो जाओ और उनसे पूछ कर आओ।"

"बिना दूध लिए घर जाऊँगा तो अम्मी डाँटेगी।" शेखचिल्ली ने सोचा। 

फिर वह वहीं खड़ा रह कर हलवाई को गौर से देखता रहा। वह जानना चाहता था कि हलवाई दूध का माप कैसे कर रहा है। फिर वह हलवाई की ओर लोटा बढ़ाते हुए बोला, "मेरा दूध भी माप दो।"

"कितना ?"

"एक गज !"  तुरंत बोला। 

शेखचिल्ली की बात सुनकर हलवाई और वह ग्राहक ज़ोर-ज़ोर से हँसने लगे। बेचारा शेखचिल्ली आँखें झपकते हुआ उन्हें देखने लगा। उसे समझ नहीं आ रहा था कि वे सब उसकी इस बात पर क्यों हँस रहे हैं। 

चमेली का तेल 

एक बार शेखचिल्ली नौकरी तलाशते-तलाशते लखनऊ जा पहुँचा।  इत्तेफाक से उसे वहाँ जल्दी ही एक नौकरी मिल गई। 
एक दिन शेखचिल्ली के मालिक ने उसे कुछ पैसे देकर उसे मनीऑर्डर करने के लिए डाकघर भेजा। शेखचिल्ली ने पहले कभी डाकघर की शक्ल नहीं देखी थी। उसने डाकखाने में मौजूद एक पढ़े-लिखे आदमी से मनीआर्डर का फॉर्म भरवा लिया और वह फॉर्म पोस्टमास्टर को दे दिया। 
उसी वक्त उसने कुछ लोगों को पार्सल करते हुए देखा। यह देखकर उसने भी सोचा कि वह भी अपनी बेगम को पार्सल करेगा। लेकिन उस वक्त उसके पास कुछ नहीं था। इसलिए वह चुपचाप अपने मालिक के पास लौट आया। 
कुछ दिनों बाद उसे उसकी तनख्वाह मिल गई। 
उसे याद आया कि उसकी बीवी ने उसे शहर से तमिल चमेली का तेल लाने को कहा था। शेखचिल्ली ने सोचा, 'उस दिन इतने सारे लोग से सामान भेज रहे थे। मैं भी अपनी बीवी के लिए चमेली का तेल डाक से भेज दूँगा।'
 यह सोचकर वह चमेली का तेल खरीदकर सीधा डाकघर जा पहुँचा और पोस्टमास्टर को चमेली  के तेल की शीशी पकड़ाते हुए बोला, "इस शीशी को डाक से भेज दीजिए।"
उसकी बात सुनकर पोस्टमास्टर को समझते देर न लगी कि उसका एक बेवकूफ से पड़ गया है। 
उसने चमेली के तेल की बोतल अपने पास रख ली और शेख को डाक से बोतल भेज देने का भरोसा दिलाया। 
कुछ दिनों बाद शेख को अपनी बीवी की चिट्ठी मिली, जिसमें उसकी बीवी ने उसको चमेली का तेल डाक से भेजने की याद दिलाई थी। शेख समझ गया कि पोस्टमास्टर के पास गया और उससे बोला, "मैंने चमेली का तेल डाक से इसलिए भेजा था कि वह जल्दी मेरे घर पहुँच जाए, लेकिन अभी तक नहीं पहुँचा है ?"
चालाक पोस्टमास्टर ने तुरंत जवाब दिया, "हुआ यह कि जब तुम्हारी शीशी डाक से जा रही थी, उसी समय किसी और ने दूसरी तरफ से डंडा भेज दिया। डंडा लगने के कारण तुम्हारी शीशे टूट गई। अब तुम ही बताओ, इस मामले में मेरा क्या कसूर है।"

"अच्छा आपका कसूर नहीं है ये तो समझ गया मैं । लेकिन मुझे दूसरी तरफ से डंडा किसने भेजा है उसका पता चल जाए तो मैं अभी जाकर उसका सिर फोड़ दूँगा अपने डंडे से ।"  यह कहते हुए शेख वहाँ से चला गया। 

Sunday, 1 August 2021

Class 10 पद -मीरा /पद का भावार्थ ........Pad Ka Bhavarth

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पद -मीरा
 पाठ के माध्यम से हमें बताया गया है कि  मनुष्य जीवन की सार्थकता ईश्वर की भक्ति करने में है, उससे प्रेम करने में है। इन पदों की रचयिता मीरा को तो ईश्वर की भक्ति अपने पूर्व जन्म के संस्कारों तथा ईश्वर की कृपा से ही मिल गई थी। मीरा संत 'रैदास' की शिष्या थीं। बचपन से ही वह श्री कृष्ण से प्रेम करने लगी थी। उनका कृष्ण के लिए प्रेम चरमोत्कर्ष पर पहुँच गया था। विवाह के बाद उन्हें परिवार के लोगों की बहुत-सी यातनाएँ सहनी पड़ी थीं क्योंकि परिवार के लोगों को उनका भक्ति करना पसंद न था। उनके विरोध करने पर भी मीरा की भक्ति में कोई कमी नहीं आई। वह तो दिन-प्रतिदिन प्रगाढ़ होती चली गई और अंततः वह श्री कृष्ण में ही समा गईं।  इन पदों में हमें मीरा की भक्ति के विभिन्न रूपों के दर्शन होते हैं।
* 'मीराबाई की पदावली' में मीरा के गीतों को संकलित किया गया है।
* मीरा का देहावसान  सन 1546 में हुआ था। 
प्रस्तुत 'पद' भक्ति काल की कवयित्री मीराबाई द्वारा रचित हैं। श्री कृष्ण के अनन्य भक्त मीरा के पद ब्रज, गुजराती और राजस्थानी भाषाओं में लिखे हुए हैं। मीरा अपना घर-परिवार छोड़कर श्री कृष्ण भगवान की लीला स्थली वृंदावन में जाकर बस गई और कृष्णमयी हो गई थीं। प्रस्तुत दोनों 'पद' मीरा के आराध्य श्री कृष्ण से ही संबंधित हैं।  मीरा  इन पदों में कभी अपने आराध्य से बभी विनती करती हैं, तो कभी उनसे लाड़ लड़ाती हैं और मौका मिलने पर उनसे शिकायत करना भी नहीं भूलती हैं, अर्थात मीरा का हर भाव, हर क्षण, हर पल, सब कुछ श्रीकृष्ण से ही जुड़ा हुआ था। इनकी भक्ति दैन्य और माधुर्य भाव की है। इन सभी भक्तिपूर्ण बातों का इन पदों में संकलन किया गया है। 

पद का भावार्थ

1.हरि आप हरो ---म्हारी भीर।।
भावार्थ :  
प्रस्तुत पंक्तियों में कवयित्री मीरा अपने आराध्य से अपने दुखों व कष्टों को दूर करने के साथ ही सबकी रक्षा का  निवेदन किया है और इसी विनती के साथ करते हुए कहती हैं कि -हे प्रभु! आप ही हो जो लोगों के मन की व्यथा को दूर करते हो, उनके दुखों व कष्टों को दूर करते हो। आपने न जाने कितने ही लोगों की मुसीबत में सहायता की है। मीराबाई उन भक्तों के उदाहरण देते हुए कहती हैं  कि जब दुशासन ने भरी सभा में द्रौपदी का वस्त्र हरण करना चाहा तब आपने उसके वस्त्र बढ़ाकर उसको  दुशासन के हाथों लज्जित होने से बचाया था। आपने ही भक्त प्रहलाद के प्राणों की रक्षा करने के लिए नरसिंह का रूप धारण किया था और उसके प्राणों की रक्षा की थी। आपने डूबते हुए ऐरावत (हाथी) को मगरमच्छ से बचाकर उसे प्राण दान दिया था।आपने ही गजराज (हाथी) का कष्ट दूर करने के लिए उस मगरमच्छ को मारा था। हे प्रभु!  मैं भी आपकी अर्थात अपने आराध्य श्री कृष्ण की दासी हूँ इसलिए मेरे भी कष्टों को दूर कीजिए।  मीरा के जीवन की सबसे बड़ी कामना है कि वह अपने आराध्य की भक्ति में लीन रहे।

शिल्प सौंदर्य:

(i)   भक्ति रस है। 

(ii) भाषा कोमल, सरल एवं मधुर है। 

(iii) ब्रज भाषा के शब्दों से युक्त राजस्थानी भाषा का प्रयोग किया गया है। 


2. (क)   स्याम म्हाने चाकर--------------तीनूं बाताँ सरसी।।

भावार्थ :

प्रस्तुत पद में मीराबाई अपने आराध्य श्री कृष्ण की सेविका बनकर चाकरी अर्थात नौकरी करने की इच्छा दर्शाते हुए कहती हैं कि हे प्रभु! मुझे अपनी दासी बना लो। मुझे आपकी चाकरी करने का सौभाग्य प्रदान करें। इसी प्रार्थना को दोहराते हुए वह कहती हैं कि हे गिरधारी!  तुम मुझे अपनी दासी बना लो। मैं आपकी दासी बनकर आपके लिए बाग-बगीचे लगाऊँगी। इससे प्रतिदिन सुबह उठते ही मैं आपके दर्शन पा सकूँगी। फिर मैं वृंदावन की कुंज गलियों में कृष्ण लीला का गुणगान करते हुए आपका स्मरण करुँगी। आपकी चाकरी करते हुए आपके दर्शन और स्मरण का अवसर प्राप्त होगा। आपकी भाव-भक्ति से मुझे नाम स्मरण रूपी खर्ची मिलेगी। आपकी भाव-भक्ति से मुझे तीनों लोकों के सुख अर्थात आपकी भक्ति रूपी जागीर प्राप्त होगी। इस प्रकार तीनों बातें पूरी हो जाएँगी। मुझे आपके दर्शन, आपका सानिध्य और स्मरण की जागीर अर्थात साम्राज्य प्राप्त होगा। 

शिल्प सौंदर्य:

(i) मीरा की प्रेम और भक्ति प्रकट हुई है। 

(ii) भाषा मधुर, कोमल व भावानुकूल है।गौएँ 

(iii) ब्रज भाषा के शब्दों से युक्त राजस्थानी भाषा का प्रयोग किया गया है।  

(ख)  मोर मुगट पीतांबर--------------- हिवड़ो घणो अधीराँ।।

भावार्थ : 

मीरा अपने आराध्य श्रीकृष्ण की सुंदरता पर मोहित हैं और उनके रूप-सौंदर्य का वर्णन करते हुए कहती हैं कि श्रीकृष्ण के सिर पर मोर पंखयुक्त मुकुट सुशोभित है। वे शरीर पर पीले वस्त्र धारण करते हैं। उनके गले में पाँच रंगों की वैजयंती माला शोभायमान हैं। मोहन कहलाने वाले तथा मुरली बजाने वाले श्रीकृष्ण वृंदावन की गलियों में गायों को चराते हैं। 

शिल्प सौंदर्य:
(i) माधुर्य गुण है। 
(ii) भक्ति रस की प्रधानता है। 

(ग) ऊँचा ऊँचा महल --- -----------हिवड़ो घणो अधीरा।।
भावार्थ :
 
मीरा श्रीकृष्ण के दर्शन और सान्निध्य की कामना करते हुए कहती हैं कि वह अपने आराध्य के लिए ऊँचे-ऊँचे महल बनाकर उसमें खिड़कियाँ बनवाना चाहती हैं और साथ ही उनके दर्शन के लिए बीच-बीच में फुलवारी रखने की कामना करती हैं। श्रीकृष्ण के दर्शन की प्यासी मीरा कुसुंबी अर्थात लाल रंग की साड़ी पहनकर आधी रात को यमुना नदी के तट पर उनसे मिलना जाना चाहती है ताकि मिलन में कोई बढ़ा उत्पन्न न हो। मीरा बाई कहती हैं हे गिरिधर! मेरा हृदय आपसे मिलने के लिए अत्यंत व्याकुल हो रहा है। आप मुझे दर्शन अवश्य दीजिए। 
शिल्प सौंदर्य:
(i)  दास्य और माधुर्य भाव की भक्ति है। 
(ii) ब्रज भाषा के शब्दों से युक्त राजस्थानी भाषा का प्रयोग किया गया है।