सूचना-लेखन का अर्थ है- किसी संस्था या सरकार द्वारा अपने सदस्यों या जनता से लिखित रूप में सीधे संवाद स्थापित करना। ताकि कम-से-कम समय में लोगों तक नए आदेश या निर्देश पहुँच जाए। आपने भी अपने विद्यालय में विशेष कार्यक्रम या अवकाश की जानकारी सूचना-लेखन द्वारा प्राप्त की होगी। सूचना-लेखन के माध्यम से सूचना किसी एक व्यक्ति को न देकर अपितु बहुत से लोगों को दे दी जाती है। ऐसी सूचनाएँ एक विशेष स्थान पर लिखी जाती है, जहाँ से सभी लोग पढ़ सके। विद्यालयों में भी सूचना हेतु एक विशेष स्थान होता है। रिहायशी इलाकों में सूचनापट्ट प्राय: मुख्य प्रवेश द्वार के पास ही होता है। सूचनाओं में समाचार-पत्र को भी शामिल किया जाता है।
सूचना-लेखन से संबंधित कुछ महत्त्वपूर्ण बातें -
1. सूचना सदैव औपचारिक शैली में लिखी जाती है।
2. सूचना संक्षिप्त, सरल, सटीक होनी चाहिए।
3. सूचना का प्रारूप औपचारिक-पत्र की तरह होता है, परंतु इसका आकार अपेक्षाकृत कम होता है।
4. पाठ्यक्रम में सूचना-लेखन की शब्द-सीमा 30-40 शब्द तक रखी गई है ; अतः उसका विशेष ध्यान रखना चाहिए।
5. अनावश्यक तथ्यों का सूचना में कोई स्थान नहीं होता।
6. सूचना में विषय से संबंधित संपूर्ण विवरणः यथा- दिनांक, समय, स्थान, उद्देश्य, अवधि, पात्रता आदि का यथोचित उल्लेख होना चाहिए।
7. सटीक अर्थ प्रेषित करने हेतु कार्यालयीय, प्रशासनिक व पारिभाषिक शब्दावली का ही प्रयोग किया जाना चाहिए।
8. सूचना सदैव अन्य पुरुष में लिखी जानी चाहिए।
9. सूचना बिना किसी संबोधन अथवा अभिवादन के लिखी जाती है।
10. सूचना केवल एक अनुच्छेद में लिखी जानी चाहिए।
11. कार्यालयीय अथवा संस्थागत सूचना-लेखन संस्था के मुख्य अधिकारी के आधिकारिक-पत्र पर किया जाता है।
सूचना-लेखन के लिए ध्यान देने योग्य बातें -
1. सूचना जारी करने वाली संस्था/संगठन का नाम सबसे ऊपर मध्य में।
2. इसके ठीक नीचे 'सूचना' शब्द का प्रयोग।
3. यदि किसी विशिष्ट वर्ग/व्यक्ति के लिए सूचना है, तो दायीं ओर कोष्ठक में उसका संकेत।
4. सूचना शब्द के नीचे अथवा सूचना शब्द के साथ सूचना के विषय/शीर्षक का उल्लेख।
5. सूचना शब्द के ऊपर तथा संस्था/संगठन के नाम के नीचे बायीं ओर सूचना जारी होने वाली तिथि का उल्लेख।
6. सूचना का कथ्य : संक्षेप में जो भी सूचित करना हो।
7. कथ्य के अंतर्गत कार्य पूरा किए जाने की अंतिम तिथि का उल्लेख।
8. अंत में नीचे बायीं ओर सूचना लेखक का नाम, पद एवं हस्ताक्षर।
9. भाषा औपचारिक होते हुए भी सरल एवं सुबोध हो, जिससे कि आम आदमी समझ सके।
सूचना-लेखन का प्रारूप :
सूचना-लेखन के उदाहरण
1.विद्यालय में छुट्टी के उपरांत फुटबॉल खेलना सीखने की विशेष कक्षाएँ आयोजित की जाएँगी । इच्छुक विद्यार्थियों द्वारा अपना नाम देने हेतु सूचना-पट्ट के लिए लगभग 30-40 शब्दों में एक सूचना तैयार कीजिए।
2.
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