लेखक परिचय :
रामस्वामी वेंकटरमन का जन्म 4 दिसंबर , 1910 को तमिलनाडु के राजमदम गाँव में हुआ 'भारत छोड़ो आंदोलन, में शामिल होने के कारण इन्हें जेल जाना पड़ा। 1950 में अंतरिम संसद के सांसद बने। 1957 से 1967 तक मद्रास राज्य में मंत्री रहे।
केंद्रीय वित्तमंत्री और रक्षामंत्री रहे । भारत के उपराष्ट्रपति तथा राष्ट्रपति पद को सुशोभित किया। लेखन कला का भी शौक था। 'जब मैं राष्ट्रपति था ' इनकी चर्चित कृति है ।
शब्दार्थ:
भव्यतम-सबसे सुंदर
श्रद्धांजलि -श्रद्धा प्रकट करना
चुनिंदा - चुने हुए
समारोही-समारोह से संबंधित
अधिसूचना- सरकार द्वारा जारी सूचना
निर्वतमान-पद से हट जाने वाला
विधिवत- विधि के अनुसार
तुमुलनाद- शोरगुल की आवाज़
सामान्य -साधारण
संरचना - बनावट
https://youtu.be/5oYiO03G8DM
1. नीचे लिखे प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
(क) वेंकटरमन कब राष्ट्रपति बने ?
उत्तर- 25 जुलाई, 1987 को वेंकटरमन राष्ट्रपति बने।
(ख) राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पूर्व उन्होंने पहला कार्य क्या किया ?
उत्तर- राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से पूर्व उन्होंने पहला कार्य राजघाट पर जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने का किया।
(ग) शपथ ग्रहण समारोह के लिए कौन-सा समय चुना गया था ?
उत्तर- शपथ-ग्रहण समारोह के लिए दोपहर सवा बारह बजे का समय तय हुआ था।
(घ) समारोह कहाँ पर हुआ ?
उत्तर- समारोह संसद के सेंट्रल हॉल में हुआ।
(ङ) गोलाकार हॉल में मंच के सामने किनकी तस्वीरें लगी थी ?
उत्तर- गोलाकार हॉल में मंच के सामने महात्मा गांधी और दूसरे राष्ट्रीय नेताओं की तस्वीरें लगीं हुई थीं।
2. लिखित
(क) रामस्वामी वेंकटरमन से पूर्व भारत के राष्ट्रपति कौन थे ? उन्होंने कितने समय तक यह पद संभाला ?
उत्तर- रामस्वामी वेंकटरमण से पूर्व भारत के राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह थे। उन्होंने 25 जुलाई, 1982 से 25 जुलाई, 1987 तक राष्ट्रपति पद को संभाला।
(ख) घुड़सवार फौज का वर्णन कीजिए।
उत्तर- घुड़सवार फौज के जवान लाल और सफ़ेद पताकाओं के साथ थे। उनके भाले और तलवार तेज धूप में चमक रहे थे। उनके बेहतरीन अरबी घोड़ों का रंग एक-सा था और वह अपने सवारों से कम विशिष्ट नहीं थे। वे सब 15 हाथ से ज्यादा ऊँचे थे।
(ग) राष्ट्रपति के अंगरक्षकों के विषय में इस संस्करण में क्या लिखा गया है ?
उत्तर- राष्ट्रपति के अंगरक्षक गर्मियों की समारोही पोशाक में थे। उन्होंने नीला और सुनहरा साफ़ा, सफेद लंबा कोट जिसमें सुनहरी पेटी बँधी हुई थी, सफ़ेद दस्ताने और चमकदार एड़ियों वाले काले नेपोलियन बूट पहने हुए थे। वे सभी अफसर छह फीट और उससे ज्यादा लंबे थे। वे राष्ट्रपति के दोनों ओर से कदम-से-कदम मिलाकर चल रहे थे।
(घ) रामस्वामी वेंकटरमण के शपथ ग्रहण समारोह का वर्णन स्वयं अपने शब्दों में कीजिए।
उत्तर- शपथ समारोह वाले दिन नवनिर्वाचित राष्ट्रपति स्वामी वेंकटरमन तथा ज्ञानी जैल सिंह छह दरवाजे वाली चमकती कार में सवार होकर संसद भवन पहुँचे। संसद हॉल में प्रधानमंत्री, उनका मंत्रिमंडल, राज्यपाल, राजनयिक वर्ग, राजनीतिक दलों के नेता और सांसद बैठे हुए थे। साथ ही रामास्वामी वेंकटरमण के बाईं ओर वेंकटरमन का परिवार तथा ज्ञानी जैलसिंह का परिवार भी वहाँ बैठा हुआ था। मंच पर स्वामी वेंकटरमन व ज्ञानी जैल सिंह के साथ भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश आर.एस. पाठक, लोकसभा अध्यक्ष और राज्यसभा के उपाध्यक्ष भी मौजूद थे। राष्ट्रगान बजाया गया। फिर गृह सचिव आगे आए और निर्वतमान राष्ट्रपति से कार्यवाही शुरू करने की आज्ञा माँगी। इसके बाद उन्होंने चुनाव आयोग की अधिसूचना पढ़ी, जिसमें घोषित किया गया था कि रामस्वामी वेंकटरमण भारत के विविध चुने गए राष्ट्रपति हैं। ठीक सवा बारह बजे, मुख्य न्यायाधीश ने शपथ पत्र का मूल पाठ पढ़ा। जब शपथ दिलाई जा रही थी तब ज्ञानी जैलसिंह रामस्वामी वेंकटरमण के कुर्सी पर आकर बैठ गए और शपथ लेने के बाद रामस्वामी वेंकटरमण उनकी कुर्सी पर बैठ गए। वहाँ मौजूद भारी जनसमूह की तालियों का तुमुल-नाद कई मिनटों तक सुनाई देता रहा।
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