HINDI BLOG : साखी -कबीर बहुविकल्पीय प्रश्न-उत्तर class 10

कहानी 'आप जीत सकते हैं'

'आप जीत सकते हैं एक भिखारी पेंसिलों से भरा कटोरा लेकर ट्रेन स्टेशन पर बैठा था। एक युवा कार्यकारी अधिकारी वहाँ से गुजरा और उसने कटोरे में...

Monday, 26 June 2023

साखी -कबीर बहुविकल्पीय प्रश्न-उत्तर class 10

साखी -कबीर 
बहुविकल्पीय प्रश्न-उत्तर 

.                  ऐसी वाणी बोलिये, मन का आपा खोइ। 
                  अपना तन सीतल करै, औरन कौं सुख होइ।।

1. कवि ने मनुष्य को कैसी वाणी बोलने की प्रेरणा दी है?
(क) जो हमें प्रसन्नता दे 
(ख) जो खुशियाँ लाए
(ग) जो स्वयं को भुला दे
(घ) जो मधुर हो
उत्तर- (घ) जो मधुर हो

2. मीठी वाणी का दूसरों पर क्या प्रभाव पड़ता है?
(क) दूसरों को दुख देती है। 
(ख) दूसरों का अहं समाप्त होता है। 
(ग) सुख देनेवाली होती है। 
(घ) लाभ पहुँचानेवाली होती है। 
उत्तर- (ग) सुख देनेवाली होती है। 

3. मन का आपा खोने का आशय है- 
(क) अपनत्व खोना
(ख) स्वयं डूब जाना
(ग)  मन का अहंकार खोना
(घ) लीन होना
उत्तर - (ग) अहंकार खोना

5. इस दोहे की भाषा है- 
(क) सधुक्कड़ी
(ख)  ब्रज 
(ग) अवधी
(घ) राजस्थानी
उत्तर- (क) सधुक्कड़ी

6. प्रस्तुत साखियाँ किसके द्वारा रचित हैं -
(क) रहीम 
(ख) मीराबाई 
(ग) कबीर 
(घ) तुलसीदास 
उत्तर- (ग) कबीर 

7. साखी से मेल खाते वाक्यों के लिए उचित विकल्प चुनिए-
(क) सदैव मीठी वाणी बोलनी चाहिए। 
(ख) मीठी वाणी से अहंकार समाप्त होता है। 
(ग) तन जल जाता है। 
(घ) कभी मीठी वाणी नहीं बोलनी चाहिए।  
(i)  (क) और (ख)                            (ii) केवल (क) 
(iii)  केवल (ग)                                (iv) (क) और (घ)
उत्तर- (i)  (क) और (ख)   
                 
8. हम औरों को कैसे सुख दे सकते हैं ?
(क)छोटे-बड़े काम करके 
(ख) समय पर सहारा न देकर 
(ग) प्रेम पूर्ण व्यवहार करके 
(घ) रुपयों और पैसों से मदद करके 
उत्तर- (ग) प्रेम पूर्ण व्यवहार करके 

9. दोहे से यह संदेश मिलता है -
(क)हमें अपने तन को शीतल रखना चाहिए। 
(ख) अहंकार रूपी वाणी बोलनी चाहिए।  
(ग) सबको सुख देना चाहिए। 
(घ) मीठी वाणी का प्रयोग करना चाहिए। 
उत्तर- (घ) मीठी वाणी का प्रयोग करना चाहिए। 

10.  निम्नलिखित कथन (A) और कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से एक सही विकल्प चुनकर लिखिए-
कथन (A): मधुर वाणी अहंकार को समाप्त करती है। 
कारण (R): अहंकार समाप्त होने पर मन शांत व सुख की अनुभूति होती है।

(i) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं।
(ii) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) गलत है।
(iii) कथन (A) सही है और कारण (R) उसकी सही व्याख्या करता है। 
(iv) कथन (A) सही है किंतु कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
उत्तर- (iii) कथन (A) सही है और कारण (R) उसकी सही व्याख्या करता है। 



                    कस्तूरी कुंडलि बसै, मृग ढूँढ़ै बन माँहि। 
                    ऐसैं घटि घटि राँम है, दुनियाँ देखै नाँहिं।।

1. मृग वन-वन क्या खोजता फिरता है?
(क) कस्तूरी 
(ख) सुगंध
(ग) ईश्वर 
(घ) प्रेम 
उत्तर- (क) कस्तूरी

2. कस्तूरी कहाँ बसती है?
(क) जंगल में
(ख) मनुष्य की नाभि में
(ग) मानव के मन में
(घ) मृग की नाभि में 
उत्तर- (घ) मृग की नाभि में 

3. मृग कस्तूरी को वन में क्यों ढूँढ़ता फिरता है?
(क) वह उसकी सुगंध से उन्मत्त हो जाता है। 
(ख) उसे यह अहसास नहीं होता कि कस्तूरी उसी की नाभि में है।  (घ) उपर्युक्त सभी।
(ग) यह सोचता है कि कस्तूरी वन में ही मिलेगी। 
(घ) उपर्युक्त सभी।
उत्तर- (घ) उपर्युक्त सभी।

4. मृग किसका प्रतीक है? 
(क) अज्ञानी जीव का
(ख) आध्यात्मिक जीव का 
(ग) भक्त का
(घ) भ्रष्ट व्यक्ति का
उत्तर- (क) अज्ञानी जीव का

5. 'कुंडलि/पटि पटि' का अर्थ है-
(क) कान के कुंडल / कम होना 
(ख) कुंडली मारना छोटा होना (घ) रुद्राक्ष छोटा-सा
(ग) नाभि/घट-घट में
(घ) रुद्राक्ष छोटा-सा
उत्तर- (ग) नाभि/घट-घट में

6. हमारी स्थिति किसके समान हैं ?
(क) जंगल में भटकते हुए हिरण के समान 
(ख) खोई हुई खुशबू के समान 
(ग) सब पर कृपा करने वाले प्रभु के समान 
(घ) सब तरफ बसे हुए ईश्वर के समान 
उत्तर- (क) जंगल में भटकते हुए हिरण के समान 

7. उचित विकल्प का चुनाव कीजिए-
(क) घटि-घटि पुनरुक्तिप्रकाश 
(ख) घटि-घटि अनुप्रास अलंकार
(ग) घटि-घटि यमक अलंकार 
(घ) घटि-घटि रूपक अलंकार 
उत्तर- (क) घटि-घटि पुनरुक्तिप्रकाश 

8. दोहे का संदेश है कि -
(क) प्रत्येक जड़-चेतन में ईश्वर को महसूस करना चाहिए। 
(ख) धार्मिक स्थलों पर ईश्वर को खोजना चाहिए। 
(ग) ईश्वर की खोज जंगल में करनी चाहिए। 
(घ) ईश्वर को अपने अंदर नहीं ढूँढ़ना चाहिए। 
उत्तर- (क) प्रत्येक जड़-चेतन में ईश्वर को महसूस करना चाहिए। 

9. निम्नलिखित कथन (A) और कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए  विकल्पों में से एक सही विकल्प चुनकर लिखिए-

कथन (A): मनुष्य घट-घट में वास करने वाले ईश्वर से अनभिज्ञ है।
कारण (R): मनुष्य विषय-वासनाओं से लिप्त अपने समीप ईश्वर को देख नहीं पाता। 

(i) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों गलत हैं।
(ii) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) गलत है।
(iii) कथन (A) सही है और कारण (R) उसकी सही व्याख्या करता है।
(  कथन (A) सही है और कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
उत्तर- (iii) कथन (A) सही है और कारण (R) उसकी सही व्याख्या करता है।

                जब मैं था तब हरि नहीं, अब हरि हैं मैं नाँहिं। 
                सब अँधियारा मिटि गया, जब दीपक देख्या माँहि।।

1. दोहे में 'मैं' शब्द का आशय है- 
(क) कबीर
(ख) अहंकार
(ग) मोह-माया
(घ) अज्ञान
उत्तर- (ख) अहंकार

2. 'सब अंधियारा मिटि गया' का प्रयोग किस अर्थ में किया गया है? 
(क) घना अँधेरा
(ख) विषय-वासना रूपी अंधकार
(ग) मोह-माया रूपी अंधकार
(घ) अज्ञान रूपी अंधकार
उत्तर- (घ) अज्ञान रूपी अंधकार

3. 'दीपक देख्या माहि' का आशय है-
(क) आनंद भीतर देख लिया। 
(ख) परमात्मा मन में ही देख लिया। 
(ग) सुख मन में ही मिल गया। 
(घ) सांसारिक भोग अपने हाथ में ही है। 
उत्तर- (ख) परमात्मा मन में ही देख लिया। 

4. कवि ने किस अंधकार के मिटने की बात की है?
(क) रात के अंधेरे की 
(ख) अज्ञान के अंधेरे की
(ग) दीये के बुझने से पैदा होने वाले अंधेरे की
(घ) पुत्र पैदा न होने से उत्पन्न अंधेरे की
उत्तर- (ग) दीये के बुझने से पैदा होने वाले अंधेरे की

5. इस दोहे का आशय है- 
(क) प्रभु-प्रेम के लिए साधना
(ख) प्रभु प्रेम के लिए अहंकार-त्याग आवश्यक 
(ग) प्रभु-प्रेम के लिए अहंकार आवश्यक है। 
(घ) प्रभु-प्रेम के लिए हरि का भजन आवश्यक
उत्तर- (ख) प्रभु प्रेम के लिए अहंकार-त्याग आवश्यक 


                       सुखिया सब संसार है, खायै अरू सोवै। 
                      दुखिया दास कबीर है, जागै अरू रोवै।।

1. संसार की किस विशेषता का उल्लेख किया गया है?
(क) अधिकतर लोग साधु-संतों के उपदेशों पर ध्यान नहीं देते। 
(ख) अधिकतर लोग ईश्वर को पाने का प्रयास नहीं करते। 
(ग) अधिकतर लोग किसी की परवाह नहीं करते। 
(घ) अधिकतर लोग भौतिक सुखों में जीवनयापन करके सुख का अनुभव करते हैं। 
उत्तर- (घ) अधिकतर लोग भौतिक सुखों में जीवनयापन करके सुख का अनुभव करते हैं। 

2. कबीर के अनुसार 'जागा हुआ' कौन है ?
(क) जो ईश्वर का नाम ले। 
(ख) जो ईश्वर से मिलकर एक हो जाए। 
(ग) जो ईश्वर का वियोग अनुभव करे। 
(घ) जो सांसारिक सुख पाए। 
उत्तर- (ग) जो ईश्वर का वियोग अनुभव करे। 

3. सारा संसार कबीर की दृष्टि में सुखी क्यों है?
(क) क्योंकि वे सब ज्ञानी है। 
(ख) क्योंकि वे चिंता रहित हैं। 
(ग) क्योंकि वे अज्ञान के कारण भोग-विलास में लिप्त हैं।  
(घ) क्योंकि वे अंधेरे में डूबे हुए हैं। 
उत्तर- (ग) क्योंकि वे अज्ञान के कारण भोग-विलास में लिप्त हैं। 

4. कबीर क्यों जागते और रोते हैं?
(क) कबीर को नींद नहीं आती। 
(ख) कबीर सबको सुखी देखकर रोते हैं।
(ग) कबीर को समाज की चिंता है।
(घ) कबीर को वास्तविक ज्ञान प्राप्त हो गया। 
उत्तर- (घ) कबीर को वास्तविक ज्ञान प्राप्त हो गया।

5. कबीर में और संसार में क्या अंतर है?
(क) जागने और सोने का 
(ख) दुखी और खुश रहने का
(ग) ज्ञानी और अज्ञानी का
(घ) असुविधा और सुविधा का
उत्तर- (ख) दुखी और खुश रहने का

         
                                बिरह भुवंगम तन बसै, मंत्र न लागै कोइ ।
                                राम बियोगी ना जिवै, जिवै तो बौरा होइ ।। 

1. आत्मा किस प्रकार की व्याकुलता का अनुभव कर रही है?
(क) जैसी किसी के विरह में होती है।
(ख) जैसी किसी साँप द्वारा काटे जाने पर होती है।
(ग) जैसी पागल हो जाने पर होती है
(घ) उपरोक्त सभी
उत्तर- (क) जैसी किसी के विरह में होती है।

2. 'मंत्र न लागे कोइ' का प्रयोग किस अर्थ में किया गया है? 
(क) साँप के काट लेने पर मंत्रों से उपचार नहीं किया जा सकता। 
(ख) ऐसा कोई मंत्र नहीं है जो कि विरह की पीड़ा को कम कर सके। 
(ग) ईश्वर-वियोगी की पीड़ा का कोई उपचार नहीं है। 
(घ) इनमें से कोई नहीं। 
उत्तर- (ख) ऐसा कोई मंत्र नहीं है जो कि विरह की पीड़ा को कम कर सके। 

3. राम वियोगी की दशा कैसी होती है?
(क) बेचैन रहता है। 
(ख) व्याकुलता को अनुभव करता है।
(ग) उन्मत्त हो जाता है।
(घ) उपरोक्त सभी 
उत्तर- (घ) उपरोक्त सभी 

4. 'बिरह भुवंगम तन बसे' शीर्षक दोहे का मुख्य विषय क्या है?
(क) प्रिय के विरह के कारण प्रेमिका की बेचैनी 
(ख) ईश्वर के विरह के कारण आत्मा की बेचैनी 
(ग) प्रेमिका के विरह के कारण प्रिय की बेचैनी 
(घ) सच्चा ज्ञान प्राप्त करने के लिए मनुष्य की बेचैनी
उत्तर- (ख) ईश्वर के विरह के कारण आत्मा की बेचैनी 

5. 'बोरा' शब्द का तात्पर्य है-
(क) अहंकारी 
(ख) शांत 
(ग) उन्न्मत 
(घ) मूर्ख 
उत्तर- (ग) उन्न्मत 


                   निंदक नेड़ा रखिये, आँगणि कुटी बँधाइ। 
                   बिन साबण पाँणीं बिना, निरमल करै सुभाइ।।

1. कबीर ने कैसे व्यक्ति को समीप रखने की बात कही है?
(क) आलोचक को 
(ख) प्रशंसक को
(ग) प्रेमी को
(घ) संबंधी को
उत्तर- (क) आलोचक को 

2. निंदक को कवि ने कहाँ रखने का परामर्श दिया है ?
(क) घर में
(ख) दिल में
(ग) आँगन में
(घ) अपने से दूर
उत्तर- (ग) आँगन में

3. निंदक की तुलना किससे की गई है?
(क) साबुन के झाग से
(ख) मिट्टी से
(ग) पानी से
(घ) साबुन और पानी से
उत्तर- (घ) साबुन और पानी से

4. निंदक का अर्थ है-
(क) बुराई करने वाला 
(ख) प्रशंसा करने वाला
(ग) अभिमान करने वाला
(घ) क्रोध करने वाला
उत्तर- (क) बुराई करने वाला 

5. निम्नलिखित कथ्यों को ध्यानपूर्वक पढ़ें --
(क)  निंदक को सदैव समीप रखना चाहिए। 
(ख) वह हमारे स्वभाव को निर्मल बना देता है।
(ग) वह हमारी परेशानी बढ़ा देता है।
(घ) निंदक को सदैव दूर रखना चाहिए।

6. उचित विकल्प का चुनाव करें -
(i) केवल 1 सही है।
(ii) विकल्प 1 और 2 सही हैं।
(iii) केवल 3 सही है। 
(iv) सारे विकल्प गलत हैं।
उत्तर- (ii) विकल्प क और ख सही हैं।

7. निम्नलिखित कथन (A) और कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़िए। उसके बाद दिए गए विकल्पों में से एक सही विकल्प चुनकर लिखिए।

कथन (A): निंदक को अपने आंगन में ही कुटिया बनाकर देनी चाहिए।
कारण (A): निंदक हमारे मन को मैला बना देता है।

(क) कथन (A) तथा कारण (R) दोनों सही हैं।
(ख) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) गलत है।
(ग) कथन (A) सही है और कारण (R) उसकी सही व्याख्या करता है।
(घ) कथन (A) सही है और कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है। 
उत्तर- (ख) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) गलत है।
 
8. अपने स्वभाव को निर्मल रखने के लिए कबीर ने क्या सुझाव दिया है ?
(क) निंदक को प्रणाम करने को कहा है। 
(ख) निंदक से दूर रहने को कहा है। 
(ग) निंदक को पास रखने को कहा है। 
(घ) निंदा के पास रहने को कहा है। 
उत्तर- (ग) निंदक को पास रखने को कहा है।



            पोथी पढ़ि-पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोई।
             एकै आशिर पीव का, पढ़े सो पंडित होय।।

1.  पंडित होने का अर्थ है-
(क) पूजा पाठ में कुशल हो जाना
(ख) साधना में पारंगत हो जाना
(ग) पुस्तकों का ज्ञान हो जाना 
(घ) वास्तविक ज्ञानी होना
उत्तर- (घ) वास्तविक ज्ञानी होना

2. सच्चे अर्थों में ज्ञानी किसे कहा जा सकता है ?
(क) जिसे शास्त्रों का ज्ञान हो गया हो 
(ख)  जो सबको शिक्षा देने में समर्थ हो
(ग) जिसके हृदय में सभी के प्रति प्रेम हो
(घ) जिसे प्रेम शब्द लिखना आ गया हो
उत्तर- (ग) जिसके हृदय में सभी के प्रति प्रेम हो
 
3. इस पद्यांश में किसका महत्व बताया गया है?
(क) शास्त्र पढ़ने का
(ख)  प्रेम भाव जगाने का
(ग) अपने को सबसे श्रेष्ठ साबित करने का
(घ) ज्ञानी बनने का
उत्तर- (ख)  प्रेम भाव जगाने का
 
4. यह दोहा किस पाठ से लिया गया है और कवि का नाम है-
(क) रहीम के दोहे - संत रहीम 
(ख)  कबीर के दोहे-संत कबीर
(ग) कबीर की साखियाँ- कबीर दास
(घ) साखी - कबीर
उत्तर- (घ) साखी - कबीर

5. प्रस्तुत दोहे का संदेश है कि हमें-
(क) शास्त्र नहीं पढ़ने चाहिए। 
(ख)  केवल शास्त्र पढ़ने चाहिए । 
(ग) प्रेम का अक्षर पढ़ना चाहिए । 
(घ) सबके प्रति प्रेम की भावना रखनी चाहिए । 
उत्तर- (घ) सबके प्रति प्रेम की भावना रखनी चाहिए । 

6. एक अक्षर प्रेम का पढ़ लेने का अर्थ है- 
(क) प्रेम शब्द को लिखना सीख जाना। 
(ख) किसी एक से प्रेम करना। 
(ग) प्रेम शब्द को पढ़ना सीख जाना। 
(घ) सब के प्रति प्रेम का भाव हृदय में जगाना। 
उत्तर- (घ) सब के प्रति प्रेम का भाव हृदय में जगाना। 

7. संत कबीर ने किसे ज्ञानी कहा है ?
(क) जिसे संसार का सारा ज्ञान प्राप्त हो जाता है। 
(ख) जो बहुत से शास्त्र पढ़ लेता है। 
(ग) जो बिल्कुल शास्त्र नहीं पढ़ना जानता है। 
(घ) जो सभी के समान रूप से प्रेम करता है।
उत्तर- (क) जिसे संसार का सारा ज्ञान प्राप्त हो जाता है। 

8. पंडित कौन नहीं बन पाता ?
(क) जो शास्त्र पढ़ता है।  
(ख) जो सभी से प्रेम करता है। 
(ग) जिसके मन में प्रेम का भाव नहीं होता है। 
(घ) जिसके मन में अहंकार का भाव नहीं होता है। 
उत्तर- (ग) जिसके मन में प्रेम का भाव नहीं होता है। 

9. निम्नलिखित कथन (A) और कारण (R) को ध्यानपूर्वक पढ़कर दिए गए विकल्पों में से एक सही विकल्प चुनकर लिखिए-

कथन: केवल किताबें पढ़ने वाला ही विद्वान होता है।
कारण: ईश्वर प्रेम ही एक सत्य है, इसे जानने वाला ही वास्तविक ज्ञानी है।

(i) कथन (A) गलत तथा कारण (R) सही हैं।
(ii) कथन (A) सही है लेकिन कारण (R) गलत है।
(iii) कथन (A) सही है और कारण (R) उसकी सही व्याख्या करता है।
(iv) कथन (A) सही है और कारण (R) उसकी गलत व्याख्या करता है।
उत्तर- (i) कथन (A) गलत तथा कारण (R) सही हैं।

10. ईश्वर ज्ञान कैसे संभव है ?
(क) तीर्थ यात्रा पर जाने से 
(ख)अहंकार के नष्ट हो जाने से 
(ग) पर्याप्त ज्ञान प्राप्त करने से 
(घ) भक्ति भाव पूर्ण भजन करने से 
उत्तर- (ख)अहंकार के नष्ट हो जाने से 

11. कवि ने सच्चा ज्ञानी किसे माना है ?
(क) जो सबके प्रति प्रेमभाव रखता है। 
(ख) जो बहुत अधिक शिक्षित होता है। 
(ग) जो बिल्कुल भी बिल्कुल भी अशिक्षित होता है। 
(घ) जो धार्मिक नियमों का पालन करता है। 
उत्तर- (क) जो सबके प्रति प्रेमभाव रखता है। 

12. उचित मिलान कीजिए -
(क) 'पोथी पढ़ि-पढ़ि' - पुनरुक्तिप्रकाश अलंकार 
(ख) 'पोथी पढ़ि-पढ़ि' - अनुप्रास अलंकार 
(ग) 'पोथी पढ़ि-पढ़ि' - यमक अलंकार 
(घ) 'पोथी पढ़ि-पढ़ि' - रूपक अलंकार 
उत्तर- (क) 'पोथी पढ़ि-पढ़ि' - पुनरुक्तिप्रकाश अलंकार 8

                   हम घर जाल्या आपणाँ, लिया मुराड़ा हाथि । 
                  अब घर जालौं तास का, जे चलै हमारे साथि ।।

1. यहाँ पर किसका प्रतीक है?
(क) निवास स्थान का
(ख) विपत्तियों का
(ग) विषय-वासनाओं का
(घ) संसार
उत्तर- (ग) विषय-वासनाओं का

2. 'मुराड़ा' शब्द का क्या अर्थ है? 
(क) जलता हुआ घर 
(ख) जलता हुआ अहंकार 
(ग) जलती हुई लकड़ी
(घ) जलता हुआ संसार
उत्तर- (ग) जलती हुई लकड़ी

3. कवि का घर जलाने से क्या आशय है?
(क) धन-दौलत को जलाना 
(ख) परमात्मा के मार्ग को प्रकाशित करना 
(ग) हमेशा त्याग के लिए तत्पर रहना
(घ) लोभ, माया, मोह, घृणा को जलाना
उत्तर- (घ) लोभ, माया, मोह, घृणा को जलाना

4. कबीर किस पथ के पथिक हैं? 
(क) आनंद-पथ के
(ख) प्रभु-प्राप्ति के
(ग) सुख-समृद्धि के
(घ) उन्नति-पथ के
उत्तर- (ख) प्रभु-प्राप्ति के

5. कवि ने अपना घर क्यों जला दिया?
(क) प्रभु को पाने के लिए 
(ख) सांसारिकता नष्ट करने के लिए 
(ग) मुक्ति पाने के लिए
(घ) वैरागी होने के लिए
उत्तर- (क) प्रभु को पाने के लिए 


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